INDvsENG 2022 : भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज का आखिरी मैच कल पूरा हो गया. इस मैच के तीसरे दिन तक भारतीय टीम जीत रही थी, लेकिन दूसरी पारी की बल्लेबाजी ने टीम इंडिया के सपने को अधूरा ही छोड़ दिया. 2007 के बाद से टीम इंडिया इंग्लैंड को उसकी ही सरजमीं पर हराने का सपना देख रही थी. पर ऐसा हो ना सका. जैसा आप जानते ही हैं कि रोहित शर्मा कोरोना की वजह से इस मैच से बाहर थे और उनकी जगह बुमराह को कप्तान बनाया गया था. सभी के मन में ये सवाल था कि बुमराह किस तरह से कप्तानी कर पाएंगे. पर बुमराह ने डट कर इंग्लैंड के साथ मुकाबला किया. कप्तानी के साथ-साथ खुद के प्रदर्शन को भी बखूबी से निभाया. मैच भले ही बुमराह टीम इंडिया को जीता ना पाए हों पर उन्होंने अपने फैंस का दिल जरूर जीत लिया है. लेकिन अगर वहीं बात विराट कोहली की करें तो टीम और फैंस इस महान खिलाड़ी से खुश नहीं है. आज आपको बताते हैं कि क्यों विराट पिछले कुछ सालों से अच्छा खेल नहीं खेल पा रहे हैं.
दरअसल पिछले 5 साल के टेस्ट मुकाबलों की बात करें तो इंग्लैंड की टीम ने भारतीयों से ज्यादा टेस्ट मुकाबले खेले हैं. 2017 से इंग्लैंड ने 67 तो भारत की टीम ने सिर्फ 48 मैच खेले हैं. यानी टीम इंडिया के मुकाबले इंग्लैंड ने 19 मैच ज्यादा खेले हैं. इस मैच में कोहली फिर से फ्लॉप साबित हुए. कोहली ने पहली पारी में 11 तो दूसरी में 20 रन बनाए हैं. वहीं इंग्लैंड के जो रूट शानदार खेल दिखा रहे हैं. अगर दोनों के पांच सालों के टेस्ट मैच की बात करें तो जो रूट ने 61 वहीं विराट ने 42 मैच खेले हैं. इससे पता चलता है कि विराट कोहली पहले की तुलना में टेस्ट मैच कम खेल रहे हैं. अब जब आप टेस्ट मैच खेलोगे नहीं तो प्रदर्शन कैसे करोगे, ये सीधा सवाल है.
ऐसे में बोर्ड को भी ये देखना होगा कि पिछले कुछ समय में क्यों टेस्ट मैच कम कराए गए हैं. अब तो टेस्ट की भी चैम्पियनशिप शुरू हो गयी है. अगर टीम ऐसे ही जीते हुए मैच हारती जाएगी तो समस्या बड़ी हो जाएगी। भारत इस समय टेस्ट चैम्पियनशिप रैंकिंग में पकिस्तान से भी नीचे चला गया है.