India vs West Indies 2023 : क्रिकेट के गलियारों में इस समय भारतीय टीम के ही चर्चे हैं. WTC Final में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद टीम इंडिया दुनियाभर में मानो मजाक बनकर रह गई है. बल्लेबाजों और गेंदबाजों के अलावा कोचिंग स्टाफ को भी आड़े हाथों लिया जा रहा है. फाइनल में मिली हार के बाद अब भारतीय टेस्ट टीम में बदलाव की मांग भी शुरू हो गई है. फैंस और क्रिकेट एक्सपर्ट्स का ऐसा मानना है कि टीम में अब बदलाव की बहुत जरूरत है. इसी बीच टीम इंडिया से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आ रही है. खबर के अनुसार भारतीय टेस्ट टीम से 2 खिलाड़ियों की छुट्टी हो सकती है.
जुलाई में भारत को वेस्टइंडीज के दौरे पर जाना है. इस दौरान दोनों टीमों के बीच 2 टेस्ट, 3 वनडे और 5 टी20 मैच खेले जाएंगे. दौरे का आगाज 2 मैचों की टेस्ट सीरीज से होगा. खबरों की मानें तो बीसीसीआई वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए चेतेश्वर पुजारा और उमेश यादव को ड्रॉप कर सकती है. दोनों ही खिलाड़ियों का फाइनल में निराशाजनक प्रदर्शन देखने को मिला था. पुजारा के बल्ले से दोनों पारियों में कुल 41 रन आए थे, जबकि उमेश भी 2 ही विकेट ले सके थे. पुजारा और उमेश की जगह यशस्वी जायसवाल और मुकेश कुमार को टीम का हिस्सा बनाया जा सकता है.
बाएं हाथ के बल्लेबाज यशस्वी और युवा तेज गेंदबाज मुकेश कुमार पिछले काफी समय से घरेलू क्रिकेट में लगातार अपनी छाप छोड़ रहे हैं. हाल ही में आईपीएल 2023 के दौरान जायसवाल ने राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए 14 मैचों में 625 रन बना डाले थे. वहीं फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी उन्होंने अपने बैटिंग से खासा प्रभावित किया है. मुकेश कुमार की बात करें तो उनको भी भारत के भविष्य के रूप में देखा जा रहा है. घरेलू क्रिकेट में मुकेश 39 मैचों में 149 विकेट ले चुके हैं.
पूर्व राष्ट्रीय चयनकर्ता देवांग गांधी का भी ऐसा कहना है कि यशस्वी अब इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए तैयार है और उन्हें ज्यादा से ज्यादा मौके देने चाहिए. वहीं पुजारा और उमेश अब टेस्ट टीम की कमजोर कड़ी बन गए हैं. टीम को अब इनसे आगे बढ़ना होगा.
साथ ही टी20 सीरीज के लिए रिंकू सिंह और विकेटकीपर जितेश शर्मा को टीम का हिस्सा बनाया जा सकता है. दोनों ही खिलाड़ियों ने आईपीएल 2023 में काफी जोरदार प्रदर्शन किया था. अगले साल वेस्टइंडीज और यूएसए में टी20 विश्व कप खेला जाना है, जिसको लेकर चयनकर्ता हार्दिक पांड्या की कप्तानी में युवा खिलाड़ियों को अधिक अवसर देना चाहते हैं.