भारतीय टीम प्रबंधन वेस्टइंडीज (West indies) के खिलाफ पहले टेस्ट मैच के लिए प्लेइंग इलेवन चुनने को लेकर असमंजस की स्थिति में हैं. दरअसल, टीम के पांच विशेषज्ञ गेंदबाजों के साथ उतरने की दशा में रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और अंजिक्य अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) में से किसका चयन करना है यह अभी तय नहीं हुआ है. भारत अगर 4 गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति पर चलता है तो रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) दोनों को अंतिम एकादश में जगह मिल सकती है.
अगर भारतीय टीम प्रबंधन परंपरागत रणनीति से चलता है तो केएल राहुल और मयंक अग्रवाल को पारी का आगाज करना चाहिए, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए कि राहुल को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम दो टेस्ट मैचों के लिए टीम में नहीं चुना गया था और हनुमा विहारी ने पारी की शुरुआत की थी. विहारी ने हालांकि ज्यादा रन नहीं बनाए, लेकिन उन्होंने गेंद की चमक उतारने में अहम भूमिका निभाई जिसका अग्रवाल और चेतेश्वर पुजारा को फायदा मिला.
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अगर राहुल के पिछले एल साल के खराब टेस्ट रिकॉर्ड को ध्यान में रखा जाता है तो विहारी फिर से पारी का आगाज कर सकते हैं. पुजारा और कोहली तीसरे और चौथे नंबर पर दो मजबूत स्तंभ हैं, लेकिन समस्या उसके बाद शुरू होती है. विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत छठे नंबर पर उतर सकते हैं और हार्दिक पंड्या की अनुपस्थिति में रविंद्र जडेजा टीम को संतुलन देने के लिए 7वें नंबर पर आ सकते हैं.
टीम का कॉम्बिनेशन देखे हुए कोहली को रोहित शर्मा (Rohit Sharma) और अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) में से किसी एक का ही चयन करना होगा. रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने अपनी अंतिम टेस्ट पारी में नाबाद अर्धशतक जमाया था और अभ्यास मैच की पहली पारी में भी उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी की. अंजिक्य रहाणे (Ajinkya Rahane) ने दूसरी पारी में रन बनाए, लेकिन वह अच्छी फॉर्म में नहीं हैं और यहां तक कि हैंपशर के लिए काउंटी क्रिकेट में खेलते हुए भी उनका आत्मविश्वास नहीं बढ़ पाया. इन दोनों को चार गेंदबाजों के साथ उतरने की रणनीति पर ही एकादश में शामिल किया जा सकता है.
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ऐसे में तीन तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और इशांत शर्मा तथा रविचंद्रन अश्विन या कुलदीप यादव के रूप में एकमात्र स्पिनर को टीम में रखा जाएगा. अतिरिक्त बल्लेबाज उतारने का मतलब जडेजा को मौका नहीं मिल पाएगा. कप्तान कोहली हमेशा पांच गेंदबाजों को उतारने के पक्षधर रहे हैं, क्योंकि टेस्ट मैच जीतने के लिए 20 विकेट लेने जरूरी होते हैं. अगर पिच तेज गेंदबाजों के लिए अनुकूल हो तो उमेश यादव को भी टीम में लिया जा सकता है.
Source : News Nation Bureau