रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम इंडिया इंदौर के होलकर स्टेडियम में बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का तीसरा मैच खेल रही है. गुरुवार को दूसरे दिन का खेल खेला गया. भारतीय टीम की स्थिति अच्छी नहीं है. यह मैच भी तीन दिन के अंदर ही खत्म हो जाएगा. हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं कि इससे पहले इस सीरीज का दो मैच खेला जा चुका है, इन मैचों में भी ऐसी ही स्थिति थी. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का पहला मैच नागपुर में खेला गया था. इस मैच का परिणाम तीन दिन में ही आ गया था. जबकि दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में सीरीज दूसरा मैच खेला गया था. यह भी तीन दिन के अंदर ही खत्म हो गया था. अब इंदौर में भी ऐसा ही होने वाला है.
पांच दिन में खेले जाने वाले टेस्ट मैच का परिणाम अगर तीन दिन के अंदर ही आने लगे तो निश्चित ही सवाल उठाए जाएंगे. इस सीरीज में लगातार तीसरे मैच में ऐसा होता हुआ दिख रहा है. सबसे बड़ा सवाल यही है कि जिस पिच को बल्लेबाजों की मददगार मानी जाती रही हो. वहां पहले दिन 14 विकेट गिर जाएं तो क्या समझा जाएगा. केवल इस सीरीज में ही नहीं है, इससे पहले भी ऐसा हुआ है. इससे पहले जब इंग्लिश और बांग्लादेश की टीम भारत दौरे पर थी तब भी तीन दिन में ही मैच का परिणाम आ गया था.
अहमदाबाद में दो दिन में ही आया है रिजल्ट
इंग्लैंड के खिलाफ जब भारतीय टीम अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में टेस्ट मैच खेली थी तो दो दिन में ही मैच खत्म हो गया था. वहीं अफगानिस्तान के खिलाफ भी दो दिन में ही मैच का परिणाम आ गया था. इस सीरीज का आखिरी मैच यहीं खेला जाना है, ऐसे में अब देखना है कि तीन से चार दिन में मैच खत्म होगा या फिर पांच दिनों तक चलेगा. सबसे बड़ा सवाल यही है कि केवल तीन दिन में मैच का परिणाम आ जाएगा तो बाकी के दो दिन का क्या होगा. क्रिकेट पंडित भी इस सवाल का जवाब ढूंढने में लगे हैं. आपको बता दें कि पिछले पांच साल में टीम इंडिया ने तकरीबन 18 टेस्ट मैच घर में खेला, जिसमें में 16 टेस्ट में भारत को जीत मिली. हैरानी की बात यह है कि सभी मैचों की परिणाम तीन से चार दिन में आ गए.
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बीसीसीआई को टेस्ट मैच के हिसाब से बनानी होगी पिच
टेस्ट क्रिकेट में अगर तीन से चार दिन में परिणाम आ रहे हैं तो इसकी सबसे बड़ी वजह पिच की क्वालिटी है. बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2023 में अब तक खेले गए मैचों में पिच केवल गेंदबाजों की मददगार रही है. चाहे नागपुर की पिच हो, दिल्ली की पिच हो या फि इंदौर की पिच हो बल्लेबाज इस सीरीज में स्ट्रगल करते हुए दिखाई दिए हैं. वहीं अगर ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड या फिर न्यूजीलैंड की पिचों की बात करें तो वहां मैच के पांचवें दिन रिजल्ट आ रहा है. ऐसे में अब जल्द ही बीसीसीआई को टेस्ट मैच के अनुरूप पिचों को तैयार करने की जरुरत है.
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इंदौर में बल्लेबाज हुए पस्त
आपको बता दें कि इंदौर टेस्ट शुरू होने से पहले पिच को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था कि पिच बल्लेबाजों की मददगार साबित हो सकती है. उम्मीद की जा रही थी कि चौथे दिन तक मैच का रिजल्ट आएगा. लेकन जब दोनों टीमें मुकाबले में भिड़ीं तो सिर्फ दो दिन के अंदर तीन पारी का खेल खत्म हो चुका है. मैच के तीसरे दिन शुक्रवार को ऑस्ट्रेलिया को चौथी पारी खेलना है. दोनों टीमों के बल्लेबाज अब तक संघर्ष करते हुए नजर आएं हैं. जबकि दोंनों टीमों के स्पिन गेंदबाजों ने विकेटों की झड़ी लगा दी है. अब ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 76 रनो की जरुरत है. ऐसे भारतीय गेंदबाजों के ऊपर जीत का दारोमदार आ गया है.