भारतीय गेंदबाजों ने एक बार फिर मध्य के ओवरों में वापसी करते हुए बुधवार को फिरोज शाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे पांचवें और निर्णायक वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर करने से रोक दिया. अच्छी शुरुआत के बाद भी ऑस्ट्रेलियाई टीम पूरे 50 ओवर खेलने के बाद नौ विकेट खोकर 272 रन ही बना सकी. एक समय लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया की टीम आसानी से 300 के पार पहुंच जाएगी लेकिन भारतीय गेंदबाजों में आखिरी के 20 ओवरों में 111 सिर्फ रन दिए और आठ विकेट लेकर उसे बड़े स्कोर से महरूम कर दिया. 30 ओवर में ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 161 रनों पर एक विकेट था, लेकिन इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज न रन बना सके और न विकेट बचा सके. 48वें ओवर में आए 19 रनों के दम पर ही ऑस्ट्रेलिया की पारी 260 के पार जा सकी. हालांकि, मैदान का इतिहास बताता है कि इस मैदान पर सिर्फ दो बार ही 250 से ज्यादा का स्कोर हासिल किया जा सका है.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम को कप्तान एरॉन फिंच और उस्मान ख्वाजा ने मजबूत शुरुआत दी. इस जोड़ी को भारत की तेज गेंदबाजों की तिगड़ी परेशान नहीं कर पाई, हालांकि यह दोनों ज्यादा तेजी से रन नहीं बना पा रहे थे. फिर भी, फिंच और ख्वाजा ने जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी और भुवनेश्वर कुमार की गेंदों को आराम से खेला और पहले विकेट के लिए 14.3 ओवरों में 76 रनों की साझेदारी की. तेज गेंदबाजों की विफलता के बीच विराट कोहली ने स्पिनरों को लगाया और रवींद्र जडेजा ने बेहतरीन गेंद पर फिंच को बोल्ड कर भारत को पहली सफलता दिलाई. फिंच ने 43 गेंदों पर 27 रनों की पारी खेली. फिंच के जाने के बाद ख्वाजा और पीटर हैंड्सकॉम्ब ने ऑस्ट्रेलियाई स्कोरबोर्ड को अच्छे से चालू रखा. दोनों ने भारतीय स्पिनरों पर संयम से बल्लेबाजी की और मौका देख बड़े शॉट भी खेले. हैंड्सकॉम्ब ने स्पिनरों पर स्वीप शॉट का इस्तेमाल किया तो वहीं ख्वाजा ने कदमों का अच्छा इस्तेमाल करते हुए रन बनाए. ख्वाजा ने 32 ओवर की पांचवीं गेंद पर एक रन लेकर अपना दूसरा वनडे शतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 102 गेंदों का सामना किया.
ये भी पढ़ें- IND vs AUS 5th ODI: आखिरी गेंद पर आउट हुए रिचर्डसन, भारत को मिला 273 रनों का लक्ष्य
इससे पहले, पंत ने एक बार फिर वही गलती दोहराई जो उन्होंने मोहाली में की थी. 32वें ओवर की दूसरी गेंद पर पंत ने कुलदीप की गेंद पर हैंड्सकॉम्ब का कैच छोड़कर एक और मौका गंवा दिया. ख्वाजा अगले ओवर की आखिरी गेंद पर भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर शॉर्ट कवर्स पर कोहली को आसान सा कैच दे बैठे. उनका विकेट 175 रनों के कुल स्कोर पर गिरा. ख्वाजा और हैंड्सकॉम्ब ने दूसरे विकेट के लिए 111 गेंदों पर 99 रनों की साझेदारी की. ग्लैन मैक्सवेल (1) इस मैच में कुछ नहीं कर सके और अगले ओवर में जडेजा का शिकार बने. इस बीच हैंड्सकॉम्ब ने कुमार की गेंद पर एक रन लेकर अपने 50 रन पूरे किए. इसके लिए उन्होंने 55 गेंदें खेलीं. अर्धशतक पूरा करने के बाद हैंड्सकॉम्ब, शमी का शिकार हो हए. उन्होंने 60 गेंदों पर कुल 52 रन बनाए. हैंड्सकॉम्ब का विकेट 182 के कुल स्कोर पर गिरा. यहां से भारतीय गेंदबाज हावी हो गए और ऑस्ट्रेलिया की रन गति पर अंकुश लगा दिया. मार्कस स्टोइनिस, एश्टन टर्नर ने 20-20, झाए रिचर्डसन ने 29 और पैट कमिंस ने 15 रन बनाए. भारत के लिए भुवनेश्वर कुमार ने तीन विकेट लिए. मोहम्मद शमी और रवींद्र जडेजा ने दो-दो और कुलदीप यादव ने एक विकेट मिला.
Source : IANS