ऑस्ट्रेलिया (Australia) के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड का मानना है कि स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और डेविड वार्नर (David Warner) के न रहने से टीम के युवा बल्लेबाजों को मार्गदर्शन की कमी रही जो पाकिस्तान (Pakistan), भारत (Bharat) और श्रीलंका (Sri Lanka) के खिलाफ सीरीजों में देखने को मिली. स्टीव स्मिथ (Steve Smith) और डेविड वार्नर (David Warner) पर क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (Australia) (सीए) ने बीते साल केपटाउन में दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के खिलाफ खेले गए टेस्ट मैच में बॉल टेम्परिंग के कारण एक-एक साल का प्रतिबंध लगा दिया था.
जॉश हेजलवुड (Josh Hazelwood) का मानना है कि मार्कस हैरिस, ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुस्शाने को दूसरे छोर से कोई मार्गदर्शन देने वाला अनुभवी खिलाड़ी नहीं मिला.
और पढ़ें: IND vs AUS: हार्दिक पांड्या को लेकर मैथ्यू हेडन ने कही बड़ी बात, इस कंगारू खिलाड़ी को बताया बेहतर
वेबसाइट ईएसपीएनक्रिकइंफो ने जॉश हेजलवुड (Josh Hazelwood) के हवाले से लिखा, 'जब भी स्टीव स्मिथ (Steve Smith) बल्लेबाजी करने जाते थे अधिकतर समय वह शतक जमाते थे. यह शायद पहली बार हुआ है कि शीर्ष-6 बल्लेबाजों में कोई सीनियर बल्लेबाज नहीं है जो सीखा सके इसलिए नए खिलाड़ियों को सभी कुछ प्रशिक्षकों से सीखना होता है.'
जॉश हेजलवुड (Josh Hazelwood) ने कहा, 'जब आप टीम में युवा खिलाड़ी लेकर आते हो तो जरूरी होता है कि आपके पास सीनियर खिलाड़ी भी हों. आप सभी कुछ प्रशिक्षकों से नहीं सीख सकते. आप विकेट पर सीनियर खिलाड़ियों के साथ समय बिताते हुए सीखते हो.'
और पढ़ें: NZ vs BAN: स्टीफन फ्लेमिंग को पीछे छोड़ शिखर पर पहुंचे रोस टेलर, बनाया यह रिकॉर्ड
आपको बता दें कि ऑस्ट्रेलियाई टीम 24 फरवरी से भारत के दौरे पर 2 टी20 अंतर्राष्ट्रीय और 5 वनडे मैच खेलने आ रही है. सीरीज का आगाज 24 फरवरी को विशाखापत्तनम में टी20 मैच से होगा.
Source : IANS