टीम इंडिया के कप्तान अजिंक्य रहाणे की पारी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉक्सिंग डे टेस्ट में तीसरे दिन के पहले सेशन में सिमट गई. दूसरे दिन भारत को मुसीबत से बाहर निकाल शतक लगाने वाले रहाणे की पारी का अंत ऐसा होगा किसी ने सोच नहीं था. दूसरे दिन रहाणे ने अपनी पारी को 104 रनों पर छोड़ा था लेकिन तीसरे दिन सिर्फ 8 रन वो अपनी इनिंग्स में और जोड़ पाए और 112 रन पर आउट हुए.
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दरअसल, अजिंक्य रहाण पहली पारी में रन आउट हो कर पवेलियन लौट गए. ये पहला मौका था जब रहाणे टेस्ट क्रिकेट में रन आउट हुए हैं. इससे पहले कभी भी रहाणे रन आउट नहीं हुए थे. बात 99.5 गेंद की है जब रवींद्र जडेजा 49 रनों पर खेल रहे थे. अपने अर्धशतक के लिए जडेजा ने नाथन लॉयन की गेंद को कवर पर शॉट लगाया और रहाणे को तेज सिंगल के लिए कॉल की , रहाणे भी दूसरे छोर से भागे लेकिन तभी मार्नस लाबुशेन ने टिम पेन को गेंद फेंकी और उन्होंने गिल्लियां बिखेर दी. इसके बाद फैसला थर्ड अंपायर के पास गया जहां रहाणे क्रीज के बाहर पाए गए और रन आउट करार दिए गए. इसी के साथ रहाणे की पारी 112 रनों पर खत्म हुई और वो पहली बार टेस्ट करियर में रन आउट हुए.
इससे पहले मेलबर्न के मैदान पर बतौर कप्तान रहाणे ने पहला शतक लगाया था. जबकि मेलबर्न के मैदान पर बतौर कप्तान रहाणे शतक लगाने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन गए थे. रहाणे से पहले टेस्ट कप्तान के रुप में सचिन तेंदुलकर ने साल 1999 में 116 रनों की पारी खेली थी. इसके बाद से कोई भी टीम इंडिया का कप्तान शतक नहीं लगा पाया था. हालांकि अजिंक्य रहाणे की इस पारी ने सचिन तेंदुलकर के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है. रहाणे ने बतौर कप्तान पहला शतक लगाया है जबकि उनके करियर का 12वां शतक हैं. मेलबर्ल में अजिंक्य रहाणे ने दो शतक लगाए हैं इससे पहले भारत के लिए वीनू मांकड मेलबर्न में भारत के लिए दो शतक लगा चुके हैं.
Source : Sports Desk