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बिना स्पिनर उतरने पर भारतीय टीम का हो चुका है ऐसा हाल, जान कर दंग रह जाएंगे आप

यह पहली बार नहीं है जब भारतीय टीम सिर्फ तेज गेंदबाजों के साथ उतरी है. भारतीय टीम इससे पहले भी यह कर चुकी है, आइये एक नजर डालते हैं उन मुकाबलों और उससे निकलकर आए परिणामों पर:

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बिना स्पिनर उतरने पर भारतीय टीम का हो चुका है ऐसा हाल, जान कर दंग रह जाएंगे आप

जानें बिना स्पिनर उतरने पर भारतीय टीम का कैसा रहा है हाल

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भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 टेस्ट मैचों की सीरीज का दूसरा मैच पर्थ में खेला जा रहा है. ऑस्ट्रेलियाई टीम को मार्कस हैरिस और एरोन फिंच ने मजबूत शुरुआत दी. भारतीय टीम ने इस मैच में दो बदलाव के साथ उतरी है जिसके पीछे रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन का चोटिस होकर टेस्ट मैच से बाहर हो जाना है। उनके स्थान पर हनुमा विहारी और उमेश यादव को शामिल किया गया है। इस मैच में भारतीय टीम 4 प्रमुख तेज गेंदबाजों के साथ उतर रहा है। कप्तान विराट कोहली की ओर से टीम में एक भी प्रमुख स्पिनर न रखे जाने के फैसले पर पूर्व दिग्गज खिलाड़ी 2 पखवाड़ों में बंट गए है. जहां विराट कोहली के इस फैसले से मुरली कार्तिक आलोचक की तरह बात कर रहै हैं पूर्व दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण ने फैसले की तारीफ की है.

यह पहली बार नहीं है जब भारतीय टीम सिर्फ तेज गेंदबाजों के साथ उतरी है. भारतीय टीम इससे पहले भी यह कर चुकी है, आइये एक नजर डालते हैं उन मुकाबलों और उससे निकलकर आए परिणामों पर:

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 1992, एससीजी स्टेडियम
भारतीय टीम पहली बार 1992 में ऑस्ट्रेलिया के ही खिलाफ एससीजी स्टेडियम में बिना किसी स्पेशलिस्ट गेंदबाज के मैदान पर उतरी थी. इस मैच में भारत की ओर से जवागल श्रीनाथ, सुब्रतो बैनर्जी, कपिल देव और मनोज प्रभाकर 4 प्रमुख गेंदबाजों के साथ भारत उतरा था. हालांकि इस मैच में भारत की ओर से पार्ट टाइम गेंदबाज रवि शास्त्री ने स्पिनर का रोल निभाया. शास्त्री ने पहली पारी में 1 और दूसरी पारी में 4 विकेट चटकाए.

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भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 483 रन बनाए, जिसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम 313 रन के स्कोर पर सिमट गई. फॉलो ऑन करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम तय समय में दूसरी पारी में 8 विकेट के नुकसान पर 173 रन ही बना सकी और एक ऐसा मैच जिसमें भारतीय टीम काफी मजबूती से जीत की ओर बढ़ती नजर आ रही थी वह ड्रॉ पर खत्म हो गया.

भारत बनाम ऑस्ट्रेलिया, 2012, वाका स्टेडियम
साल 2012 में तत्कालीन भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के नेतृत्व में एक बार फिर टीम वाका के स्टेडियम में उतरी. इस मैच में भारत के लिए इशांत शर्मा, जहीर खान, उमेश यादव और विनय कुमार को गेंदबाजी की कमान सौंपी गई. हालांकि इस मैच में भारत को हार का मुंह देखना पड़ा. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले खेलते हुए 369 रनों का स्कोर खड़ा किया. जिसका पीछा करते हुए भारत पहली पारी में 161 और दूसरी पारी में महज 171 रनों पर आउट हो गई. इस मैच में ऑस्ट्रेलिया को 37 रन और एक पारी से जीत हासिल हुई.

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भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका, 2018, जोहान्सबर्ग
भारत ने इसी साल दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर जोहान्सबर्ग में तीसरी बार यह कारनामा किया था जब वह बिना किसी स्पेशलिस्ट स्पिनर के टीम इंडिया मैदान पर उतरी और पहली बार जीत भी हासिल की. इस मैच में भारतीय टीम 5 तेज गेंदबाजों इशांत शर्मा, जसप्रीत बुमराह, मोहम्मद शमी, भुवनेश्वर कुमार और हार्दिक पांड्या के साथ उतरी थी. इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम 187 रनों पर ऑल आउट हो गई.

वहीं दक्षिण अफ्रीका की टीम पहली पारी में 7 रनों की बढ़त के साथ 194 रनों पर ऑल आउट हो गई. दूसरी पारी में भारत ने 247 रन बनाए और साउथ अफ्रीका के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा. दूसरी पारी में भारत के लिए मोहम्मद शमी ने 5 विकेट चटकाकर दक्षिण अफ्रीका को 177 रनों पर समेट दिया. भारत ने इस मैच में 63 रनों से जीत दर्ज की.

Source : Vineet Kumar

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