India vs Australia Indore Test: इंदौर टेस्ट में टीम इंडिया (Team India) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ करारी हार झेलना पड़ा है. नागपुर और दिल्ली पिच की तरह ही इंदौर की पिच (Indore Pitch) को भी स्पिन फ्रेंडली बनाया गया था. भारत को उम्मीद थी कि उनके स्पिनर्स नागपुर टेस्ट (Nagpur Test) और दिल्ली टेस्ट (Delhi Test) की तरह ही इंदौर में भी कमाल कर पाएंगे, लेकिन यहां टीम इंडिया के बल्लेबाज खुद ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर्स के बिछाये जाल में फंस गए और भारत को 9 विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा. लेकिन भारत के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर (Sunil Gavaskar Trophy) का मानना है कि टीम इंडिया के हार का सबसे बड़ा कारण रवींद्र जडेजा का नो बॉल रहा. जिस पर भारतीय गेंदबाजों को विकेट मिलनी चाहिए थी, लेकिन वह गेंद नो बॉल रही और भारत को विकेट नहीं मिला.
'जडेजा का नो बॉल मैच में टर्निंग प्वाइंट'
दरअसल मैच के पहले दिन टीम इंडिया के 109 रनों पर ऑल आउट होने के बाद ऑस्ट्रेलिया बल्लेबाजी करने उतरी. कंगारू टीम के ओपनर ट्रेविस हेड जल्द ही आउट होकर पवेलियन लौट गए. उसके बाद मार्नस लाबुशेन (Marnus Labuschagne) बल्लेबाजी करने आए. लाबुशेन खाता भी नहीं खोल पाए थे तब रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने उन्हें क्लीन बोल्ड किया, लेकिन यह बॉल नो बॉल हो गई. इसी को लेकर स्टार स्पोर्ट्स पर सुनील गावस्कर ने कहा, 'यदि आप पीछे मुड़कर देखें तो, आप करेंगे कि शायद इस वजह से भारतीय टीम को मैच गंवाना पड़ा, क्योंकि इसके बाद उन्होंने (लाबुशेन और उस्मान ख्वाजा) 96 रनों की पार्टनरशिप की ,जब टीम इंडिया 109 रन पर ऑलआउट हो गई थी. तो मुझे लगता है कि शायद यही मैच का टर्निंग प्वाइंट था. उस नो बॉल की वजह से भारत को मैच गंवाना पड़ा.'
यह भी पढ़ें: IND vs AUS Indore Test: 'हममें जज्बा नहीं था..', इंदौर टेस्ट में हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा का छलका दर्द
उसके बाद सुनीग गावस्कर ने भारतीय बल्लेबाजों के शॉट सेलेक्शन पर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा, 'वास्तव में बल्लेबाजों ने अपनी प्रतिभा के साथ न्याय नहीं किया. यदि आप भारतीय विकेटों को देखें, तो आप पाएंगे कि यह भारतीय बल्लेबाजों ने खुद को आउट किया है. कुछ शॉट खेलकर यह अनुमान लगाया कि यह पिच क्या करना जा रही है.'
यह भी पढ़ें: Nathan Lyon Story: कभी मैदान में घास काटने वाला खिलाड़ी बना एशिया में सबसे सफल विदेशी गेंदबाज