पहले मैच में टी-20 प्रारूप में अपनी अभी तक की सबसे बड़ी हार झेलने के बाद भारतीय टीम शुक्रवार को यहां ईडन पार्क मैदान में न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज में बराबरी करने के इरादे से उतरेगी. भारत के पास तीन मैचों की टी-20 सीरीज में बने रहने के लिए इस मैच में जीत ही एक मात्र विकल्प है. वहीं मेजबान के पास इस मैच को जीत वनडे सीरीज में मिली हार का बदला लेना का शानदार मौका है.
अगर भारतीय टीम दूसरे मैच में जीत कर सीरीज में वापसी करना चाहती है तो इन बातों का ध्यान रखना होगा.
ओपनर्स को बनाने होंगे रन
नियमित कप्तान विराट कोहली की गैरमौजूदगी में भारतीय टीम की कप्तानी कर रहे रोहित शर्मा को रन बनाने की जिम्मेदारी लेनी होगी और रन बनाना होगा. रोहित शर्मा न्यूजीलैंड के खिलाफ पिछले 3 मैचों (दो वनडे भी शामिल) में दहाई का आंकड़ा भी पार नहीं कर पाए हैं. वहीं शिखर धवन हर बार मिल रहे अच्छी शुरुआत को बड़े स्कोर में नहीं बदल पा रहे हैं. यहां पर दोनों ओपनर्स को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और रन बनाने होंगे.
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मिडल ऑर्डर को निभानी होगी जिम्मेदारी
विश्व कप नजदीक है पर भारत के लिए मिडल ऑर्डर की समस्या का कोई हल नहीं मिल पा रहा है. मिडल ऑर्डर में कभी कोई बल्लेबाज चल जाता है तो लगता है कि टीम कॉम्बिनेशन बन गया है, लेकिन लय बरकरार नहीं रह पाती. किसी मैच में अगर टीम के ओपनर्स फ्लॉप हो गए तो मिडल ऑर्डर भी फ्लॉप हो जाता है, जबकि उसके पास एमएस धोनी, दिनेश कार्तिक और ऋषभ पंत जैसे वो टी-20 स्पेशलिस्ट बल्लेबाज हैं, जो इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में अपनी टीमों को अकेले दम पर जिताते आए हैं और किसी भी गेंदबाजी क्रम की धज्जियां उड़ाने में सक्षम हैं.
ऑलराउंडर्स को करना होगा ऑलराउंड प्रदर्शन
रोहित शर्मा ने न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले टी-20 मैच में तीन ऑलराउंडर खिलाड़ियों को शामिल किया लेकिन न तो क्रुणाल पंड्या, न हार्दिक पांड्या और न ही विजय शंकर कुछ खास कर पाने में कामयाब रहे हैं. टीम इंडिया में पहली बार एक साथ खेलने वाले पांड्या भाई यानी क्रुणाल और हार्दिक गेंदबाजी में काफी महंगे रहे. वहीं विजय शंकर को गेंदबाजी का मौका ही नहीं मिला. अगर टीम को दूसरे टी20 में जीत का स्वाद चखना है तो ऑलराउंडर्स को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और रन के साथ-साथ विकेट भी चटकाना होगा.
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गेंदबाजी में धार की कमी
पहले मैच को अगर देखा जाए तो चौंकाने वाला आंकड़ा निकलकर आता है। दुनिया के सबसे किफायती गेंदबाज माने जाने वाले भुवनेश्वर कुमार जमकर रन लुटा रहे हैं। भारतीय गेंदबाजी की किस तरह धज्जियां उड़ीं इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पहले 4 ओवरों में कीवी ओपनिंग जोड़ी ने 44 रन बना लिए थे और 8.2 ओवर में 86 रन.
फील्डिंग में लाना होगी सुधार
मैच में कोलिन डि ग्रैंडहोम का शानदार कैच मोहम्मद सिराज ने लपका तो तेज तर्रार पारी खेलने वाले सीफर्ट के दो मैच ड्रॉप भी हुए. यही भारतीय टीम को महंगा पड़ा. सीफर्ट को पहला जीवनदान क्रुणाल पंड्या के ओवर में मिला जब विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी ने उनका कैच छोड़ा. धोनी ने 5वें ओवर में कैच छोड़ा था.
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उस वक्त सीफर्ट 17 रन के निजी स्कोर पर खेल रहे थे. यही कैच बाद में भारत को भारी पड़ा. इसके बाद दिनेश कार्तिक ने 74 के स्कोर पर आसान सा कैच टपका दिया था. टीम इंडिया की फिटनेस जिस हिसाब से जोरदार है, उसे अपनी फील्डिंग में भी सुधार लाने की जरूरत है.
Source : News Nation Bureau