भारत और आस्ट्रेलिया (India vs Austrelia ODI Series) के बीच तीन वन डे मैचों की सीरीज का पहला मैच कल यानी मंगलवार से शुरू हो रहा है. इसके लिए टीम इंडिया का ऐलान पहले ही किया जा चुका है. इसके बाद भारतीय टीम को न्यूजीलैंड (India Vs New Zealand) के दौरे पर जाना है. जहां उसे टेस्ट, वन डे और T20 मैच खेलने हैं. इस दौरे में T20 के लिए टीम इंडिया का ऐलान रविवार देर रात कर दिया गया. लेकिन एक बार फिर महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) का नाम कहीं नहीं है. महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) आखिरी टीम में वापसी कब करेंगे, यह अभी तक तय नहीं है. हालांकि इस बीच लंबे अर्से बाद खुद महेंद्र सिंह धोनी (Mahi) दिखाई दिए हैं और उन्होंने मीडिया से बात भी की. इस दौरान जो बातें एमएस धोनी (MS Dhoni) ने कही हैं, उससे साफ लग रहा है कि धोनी को दुख है. कहीं यही वह दुख तो नहीं जिसकी वजह से वे टीम इंडिया से दूरी बनाए हुए हैं.
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एमएस धोनी ने अपना आखिरी वन डे मैच नौ जुलाई 2019 को खेला था, जब विश्व कप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच सेमीफाइनल मुकाबला खेला गया था. उस मैच में भारत को हार का सामना करना पड़ा था. मैच के आखिरी वक्त में महेंद्र सिंह धोनी रन आउट होकर पवेलयन चले गए और करोड़ों क्रिकेट फैंस का दिल भी बैठ गया, लेकिन जितना दुख फैंस को है, उससे कम दुख खुद महेंद्र सिंह धोनी को भी नहीं है. इसी मैच को लेकर अब धोनी ने अपने दिल की बात कही है. इंडिया टुडे के एक प्रोग्राम में बात करते हुए महेंद्र सिंह धोनी ने कहा कि वे अपने आप से कह रहा था कि मैं डाइव क्यों नहीं लगा पाया. उस मैच में महेंद्र सिंह धोनी रन आउट हो गए थे और उनका बल्ला क्रीज से महज दो इंच की दूरी पर था. धोनी अगर उस मैच में क्रीज तक पहुंचने के लिए डाइव लगा देते तो शायद वे रन आउट न होते और नतीजा भी कुछ और ही होता. धोनी ने बातचीत में कहा कि उन दो इंच को लेकर मैं अपने आप से लगातार कह रहा था कि एमएस धोनी तुम्हें डाइव लगाना चाहिए था.
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इस मैच में रन आउट के बाद अब छह महीने से भी ज्यादा का वक्त हो गया है, लेकिन धोनी ने इस दौरान एक भी मैच नहीं खेला है. इसके साथ ही आने वाले एक दो महीने वे कम से कम अंतरराष्ट्रीय मैच तो खेलते हुए दिखाई नहीं ही देंगे. हालांकि इस बीच लगातार सवाल उठ रहे हैं कि क्या धोनी संन्यास का ऐलान करने वाले हैं. क्या वे अब सिर्फ T20 क्रिकेट की खेलेंगे या फिर वे वन डे मैचों में भी खेलते हुए दिखाई देंगे. लेकिन धोनी अपने भविष्य को लेकर क्या फैसला करने वाले हैं, यह किसी को नहीं पता.
अब जरा आपको उस मैच के बारे में भी जान लेना चाहिए, जिसकी टीस अभी तक महेंद्र सिंह धोनी के मन से नहीं गई है. ओल्ड ट्रेफर्ड मैदान पर खेले गए इस मैच में न्यूजीलैंड ने भारतीय टीम के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा. जिसका पीछे करने उतरी भारतीय टीम महज 221 रन पर ऑल आउट हो गई. भारत के लिए रविंद्र जडेजा (77) और महेंद्र सिंह धोनी (50) ने सबसे ज्यादा रन बनाए. लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय टीम के लिए शुरुआत कुछ खास नहीं रही टीम ने अपने तीन विकेट महज पांच रनों पर ही खो दिए थे. भारत के लिए रोहित शर्मा (1), कप्तान विराट कोहली (1) और लोकेश राहुल (1) रन बनाकर वापस पवेलियन चलते बने. वहीं दिनेश कार्तिक (6) 10वें ओवर में मैट हेनरी की गेंद पर वापस पवेलियन लौटे. ऋषभ पंत 32 रन के स्कोर पर सैंटनर की गेंद पर डि ग्रैंडहोम को कैच पकड़ा कर वापस पवेलियन भेज दिया. वहीं 31वें ओवर की तीसरी गेंद पर 92 के कुल स्कोर पर हार्दिक पांड्या के रूप में भारत ने अपना छठा विकेट खो दिया. हार्दिक पांड्या ने 62 गेंदों पर दो चौकों की मदद से 32 रन बनाए. भारत को जीतने के लिए अभी भी 148 रनों की जरूरत थी.
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हालांकि इस बीच महेंद्र सिंह धोनी और रविंद्र जडेजा ने भारत की जीत की उम्मीदों को बनाए रखा. भारत को आखिरी की 10 गेंदों पर जीत के लिए 25 रनों की जरूरत थी. महेंद्र सिंह धोनी क्रीज पर थे. इसलिए उम्मीद की जा रही थी कि टीम इंडिया इस मैच को जीत ही लेगी. लेकिन इसी बीच कुछ ऐसा हुआ जो नहीं होना चाहिए था. धोनी ने एक गेंद को लेग साइड पर खेला और दो रन के लिए दौड़ पड़े. उन्होंने पहला रन बहुत तेजी से पूरा किया. दूसरे रन में उनके मन में थोड़ी सी दुविधा थी, लेकिन वह दौड़ पड़े. तभी अचानक गेंद तक पहुंच कर गप्टिल ने सीधा थ्रो स्टंप्स पर हिट किया. मार्टिन गप्टिल के डायरेक्ट हिट ने स्टंप बिखेर दिए और धोनी क्रीज के बाहर पाए गए. इसी के साथ धोनी की पारी का तो समापन हुआ ही, साथ ही टीम इंडिया की उम्मीदें भी खत्म हो गईं.
कीवी टीम ने भारत के सामने 240 रनों का लक्ष्य रखा था जिसे भारतीय टीम संघर्ष के बाद भी हासिल नहीं कर पाई और 49.3 ओवरों में सभी विकेट खोकर 221 रन ही बना सकी. भारत के लिए रविंद्र जडेजा ने 59 गेंदों पर 77 रनों की लाजवाब पारी खेली और महेंद्र सिंह धोनी ने 72 गेंदों पर 50 रन बनाए. इन दोनों के बीच हुई शतकीय साझेदारी भी भारत को जीत नहीं दिला सकी. अंत के ओवरों में अहम समय पर न्यूजीलैंड ने इन दोनों के विकेट लेकर भारत को हार सौंपी.
Source : News Nation Bureau