करियर के पहले ही सीरीज में ही 'मैन ऑफ द सीरीज' का पुरस्कार हासिल करने वाले 18 वर्षीय युवा बल्लेबाज पृथ्वी शॉ विश्व के 10वें खिलाड़ी बन गए हैं. वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले मैच की पहली पारी में ही शानदार शतक जमाकर पृथ्वी ने अपनी छाप छोड़ी थी. भारत के लिए टेस्ट पदार्पण करते हुए शॉ ने राजकोट में खेले गए पहले मैच में 134 रन बनाए थे और हैदराबाद में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच की पहली पारी में 70 और दूसरी पारी में 33 रन बनाए.
दोनों मैचों में शानदार प्रदर्शन के लिए और साथ ही कई उपलब्धियां अपने नाम करने के लिए उन्हें मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला. इस उपलब्धि को हासिल करने के अलावा शॉ पहले टेस्ट में मैन ऑफ द मैच पाने वाले भारत के छठे खिलाड़ी बने थे. शॉ ने दो टेस्ट मैचों की सीरीज में 118.5 की औसत से 237 रन बनाए.
पृथ्वी शॉ पहले ही टेस्ट सीरीज में मैन ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड पाने वाले विश्व के 10वें और भारत के चौथे खिलाड़ी बन गए. इससे पहले पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने इंग्लैंड के खिलाफ 1996 में मैन ऑफ द सीरीज का खिताब जीता था.
इसके अलावा इस सूची में दक्षिण अफ्रीका के जैक्स रुडोल्फ (2003), ऑस्ट्रेलिया के स्टुअर्ट क्लार्क (2006), श्रीलंका के अजंता मेंडिस (2008), भारत के रविचंद्रण अश्विन (2011), दक्षिण अफ्रीका के वर्नन फिलेंडर (2011), ऑस्ट्रेलिया के जेम्स पैटिंसन (2011), भारत के रोहित शर्मा (2013), बांग्लादेश के मेंहदी हसन (2016) भी शामिल हैं.
पृथ्वी शॉ आक्रामक सलामी बल्लेबाज के लिए जाने जाते हैं और उन्होंने भारत-ए के लिए लगातार अच्छा प्रदर्शन किया है. शॉ का नाम तब चर्चा में आया जब वे अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम के कप्तान थे. इसके अलावा प्रथम श्रेणी के लिए उन्होंने अभी तक शानदार खेल दिखाया है.
प्रथम श्रेणी में उन्होंने 14 मैचों की 26 पारियों में 56.72 की औसत से 1418 रन बनाए हैं. जिसमें 7 शतक और 5 अर्द्धशतक शामिल हैं. इंग्लैंड के खिलाफ शॉ को दो टेस्ट मैच में शामिल किया गया था हालांकि उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला था.
भारत ने रविवार को दो मैचों की टेस्ट सीरीज 2-0 से अपने नाम कर ली. अब भारत और वेस्टइंडीज 21 अक्टूबर से वनडे सीरीज में आमने-सामने होंगी. इससे पहले, वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में भारत ने पारी और 272 रनों से जीत हासिल की थी जो भारतीय टीम के लिए टेस्ट रिकॉर्ड है.
Source : News Nation Bureau