न्यूजीलैंड (New Zealand) में विराट सेना की जीत के बाद आज (मंगलवार) को बे-ओवल में खेले गए दूसरे मैच में भारतीय महिला टीम ने न्यूजीलैंड (New Zealand) को 8 विकेट से हरा कर सीरीज पर 2-0 से कब्जा जमा लिया है. इससे पहले सोमवार को विराट कोहली की टीम ने 10 साल बाद न्यूजीलैंड (New Zealand) की सरजमीं पर 3-0 से सीरीज पर अविजित बढ़त बनाई थी. मंगलवार को भारतीय टीम की कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया और कीवी खिलाड़ियों को महज 161 रन पर ऑल आउट कर दिया. जिसके जवाब में लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारतीय महिला टीम की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और भारतीय टीम ने महज 15 रन पर 2 विकेट खो दिए.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी जेमिमाह रोड्रिगेज दूसरे ओवर की दूसरी ही गेंद पर बिना खाता खोले एमीलिया कैर को कैच थमा पवेलियन चल पड़ी. इसके बाद, स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) का साथ देने आईं दीप्ति शर्मा (8) भी अधिक समय तक मैदान पर नहीं टिक सकीं. उन्हें ली ताहुहु ने विकेट के पीछे खड़ीं बर्नाडिने के हाथों कैच आउट कर भारतीय टीम का दूसरा विकेट गिरा दिया. दीप्ति के आउट होने के बाद टीम की सबसे अनुभवी बल्लेबाज और कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने भारत की पारी को संभाला.
मिताली राज (Mithali Raj) ने स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) के साथ मिलकर बिना कोई और नुकसान किए 151 रनों की शानदार शतकीय साझेदारी की. कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) (63) और स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) (90) की नाबाद पारियों की बदौलत भारतीय टीम ने इस लक्ष्य को महज 35.2 ओवर में हासिल कर लिया.
स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) ने अपनी पारी में 83 गेंदों का सामना किया। उन्होंने 13 चौके और एक छक्का लगाया, वहीं मिताली राज (Mithali Raj) ने 111 गेंदें खेलीं और उसमें चार चौके और दो छक्के लगाए। भारत के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाली बल्लेबाज स्मृति मंधाना (Smriti Mandhana) को प्लेयर ऑफ द मैच के पुरस्कार से नवाजा गया।
इससे पहले भारतीय महिला क्रिकेट टीम की गेंदबाजों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए दूसरे वनडे मैच में न्यूजीलैंड (New Zealand) को 44.2 ओवरों में 161 रनों पर ढेर कर दिया.
न्यूजीलैंड (New Zealand) के लिए उसकी कप्तान एमी स्टाथवेट ने सबसे ज्यादा 71 रन बनाए. उसकी कोई और बल्लेबाज ज्यादा देर विकेट पर पैर नहीं जमा सकी. भारतीय कप्तान मिताली राज (Mithali Raj) ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया और उनकी गेंदबाजों ने इस फैसले को सही ठहराया.
अनुभवी गेंदबाज झूलन गोस्वामी (Jhoolan Goswami) ने पहले ही ओवर की चौथी गेंद पर सुजी बेट्स (0) को आउट कर भारत को पहली सफलता दिलाई. शिखां पांडे ने सोफी डेविने (7) को आउट कर भारत को दूसरी सफलता दिलाई.
यहां कप्तान ने क्रिज पर कदम रखा लिया था और वह लगातार रन बनाकर स्कोरबोर्ड चालू रखे हुए थीं. लॉरेन डाउन (15) उनका अच्छा साथ देती दिख रहीं थीं, लेकिन 33 के कुल स्कोर पर ही एकता बिष्ट ने उन्हें पवेलियन की राह दिखाई. एमेला केर सिर्फ एक रन ही बना सकीं.
मैडी ग्रीन (9) ने एमी का साथ देने की कोशिश की लेकिन झूलन ने इस साझेदारी को 62 के स्कोर से आगे नहीं जाने दिया. लेह कास्पेरेक (21) के साथ कप्तान ने एक बार फिर टीम का संभालने की कोशिश की और छठे विकेट के लिए 58 रनों की साझेदारी की. दीप्ती शर्मा ने एमी को 120 के कुल स्कोर पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा. कप्तान ने अपनी पारी में 87 गेंदों का सामना किया और नौ चौके मारे.
यहां से बर्नाडिने बेजुइडेनहाउट (13) और कास्पेरेक ने टीम के लिए रन बनाए. अंत में ली तेहुहु ने 12 रन जोड़ कर टीम को 150 के पार पहुंचने में मदद की. भारत के लिए झूलन गोस्वामी (Jhoolan Goswami) ने तीन विकेट लिए. एकता, दीप्ती, पूनम ने दो-दो विकेट अपने नाम किए. शिखा पांडो को एक विकेट मिला.
Source : News Nation Bureau