भारतीय क्रिकेटर अभिनव मुकुंद ने सोशल मीडिया पर नस्लवादी टिप्पणियों को लेकर करारा जवाब दिया है। उन्होंने कहा है उनको अपने रंग को लेकर कई सालों तक अपमान जेलना पड़ा है।
उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा है, 'मैं कोई हमदर्दी या तवज्जो लेने के लिए यह नहीं लिख रहा। मैं लोगों की मानसिकता बदलना चाहता हूं। मैं 15 साल की उम्र से देश के भीतर और बाहर घूमता आया हूं। बचपन से मेरी चमड़ी के रंग को लेकर लोगों का रवैया मेरे लिए हैरानी का सबब रहा।
आगे उन्होंने लिखा, 'मैने चिलचिलाती धूप में खेला है और मुझे इसका कोई मलाल नहीं कि मेरा रंग काला हो गया है। मैं वह कर रहा हूं, जिससे मुझे प्यार है और इसके लिए मैं घंटो नेट पर बिताता हूं। मैं चेन्नै का रहने वाला हूं, जो देश के सबसे गर्म इलाकों में से है।'
मुकुंद ने कहा, ' गोरा रंग ही लवली या हैंडसम नहीं होता। जो भी आपका रंग है, उसमें सहज रहकर अपने काम पर फोकस करें।'
उन्होंने चमड़ी के रंग को लेकर लोगों को निशाना बनाने वालों को बड़ा जवाब दिया है। मुकुंद इस वक्त श्रीलंका दौरे पर हैं। पहले टेस्ट की दूसरी पारी में उन्होंने 81 रन बनाए थे।