भारतीय क्रिकेटर पवन नेगी को डीयू में डायरेक्ट एडमिशन नहीं मिल पाया। अब उन्हें स्पोर्ट्स कोटा के तहत एडमिशन के लिए ट्रायल देना होगा।
आपको बता दें कि पवन नेगी आईपीएल में सबसे महंगे खिलाड़ी थे। पवन नेगी को टी-20 का लेफ्ट आर्म स्पिनर का स्पेशलिस्ट माना जाता है। गेंदबाजी के अलावा वह लंबे हिट लगाने के लिए भी मशहूर हैं।
दरअसल डीयू में एडमिशन शुरू हो गए हैं। डीयू में स्पोर्ट्स कोटा 5% होता है। ज्यादातर स्टूडेंट्स को इस कोटे के तहत एडमिशन के लिए ट्रायल देना होता है जबकि कुछ स्टूडेंट्स डायरेक्ट एडमिशन भी लेते है।
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इस साल स्पोर्ट्स कोटा के तहत करीब 13000 स्टूडेंट्स ने अप्लाई किया है और इंटरनेशनल स्पोर्ट्स इवेंट्स में भाग लेने वाले 10 स्टूडेंट्स को इस बार सीधा एडमिशन दिया गया है।
पवन नेगी ने भी डीयू में स्पोर्ट्स कोटा के तहत एडमिशन के लिए अप्लाई किया था लेकिन उनके द्वारा अपलोड किए गए डॉक्यूमेंट्स में कुछ गलती होने की वजह से उन्हें डीयू में सीट पाने के लिए ट्रायल में शामिल होना पड़ेगा।
अंग्रेजी वेबसाइट हिंदुस्तान टाइम्स की एक खबर के मुताबिक डीयू स्पोर्ट्स काउंसिल के डायरेक्टर अनिल कुमार कलकल ने बताया, 'उन्होंने जो सर्टिफिकेट अपलोड किया उसमें कहा गया था उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में हिस्सा लिया जो कि एक नेशनल लेवल का टूर्नामेंट है। हम खासतौर से डॉक्यूमेंट्स के मामले में गाइडलाइंस से बंधे हुए हैं और उन्हें अब ट्रायल में शामिल होना होगा।'
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Source : News Nation Bureau