भारतीय क्रिकेट टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की T20 सीरीज अपने नाम कर ली है. हालांकि तीसरे और आखिरी मैच में टीम इंडिया को 12 रन से नजदीकी हार का सामना करना पड़ा. इससे पहले टीम इंडिया वन डे सीरीज गवां चुकी है, लेकिन उस सीरीज का आखिरी मैच टीम इंडिया ने जीता था. T20 सीरीज भले भारतीय टीम जीत गई हो, लेकिन एक कमी टीम इंडिया को लगातार खल रही है. पहले कप्तान विराट कोहली ने भी इस पर इशारों में अपनी बात रखी थी, अब टीम इंडिया के पूर्व आलराउंडर सुरेश रैना ने कुछ ऐसी ही बात कह दी है.
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अपनी गेंदबाजी से कई बार बड़ी साझेदारियां तोड़ने वाले सुरेश रैना अच्छी तरह जानते हैं कि कामचलाऊ गेंदबाजी के कई विकल्प टीम को संतुलन और विविधता देते हैं. इसकी कमी आजकल भारतीय टीम को खल रही है. पीठ की सर्जरी के बाद आलराउंडर हार्दिक पंड्या गेंदबाजी नहीं कर रहे हैं. केवल ही मैच में वे गेंदबाजी करते हुए नजर आए और अच्छी गेंदबाजी भी की. ऐसे में भारत को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार को खत्म हुई लिमिटेड ओवरों की सीरीज में छठे गेंदबाजी विकल्प की कमी खली.
15 अगस्त को ही अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करने वाले सुरेश रैना ने फ्रंट रो ऐप के लांच के मौके पर कहा कि बल्लेबाज का गेंदबाजी करना और गेंदबाज का बल्लेबाजी करना काफी महत्वपूर्ण होता है, यह हमेशा टीम के लिए उपयोगी होता है. सुरेश रैना ने कहा कि कप्तान के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण होता है कि कोई बल्लेबाज चार-पांच ओवर गेंदबाजी करे और रन गति पर अंकुश लगाए जिसके बाद आपके सर्वश्रेष्ठ गेंदबाज दोबारा गेंदबाजी के लिए आएं. कामचलाऊ आफ स्पिन गेंदबाजी करने वाले 34 साल के सुरेश रैना ने कहा कि सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग जैसे दिग्गज बल्लेबाज नियमित रूप से गेंदबाजी करते थे जिससे टीम में संतुलन बनाने में मदद मिलती थी.
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सुरेश रैना ने कहा कि सचिन पाजी गेंदबाजी करते थे, वीरू भाई ने काफी विकेट चटकाए. यहां तक कि युवी (युवराज सिंह) पाजी ने हमें विश्व कप जिताने में मदद की. सुरेश रैना ने कहा कि जब हम गांवों में टूर्नामेंट खेला करते थे तो हमें बल्लेबाजी के साथ गेंदबाजी भी करनी होती थी, नहीं तो टीम में हमारा चयन नहीं होता था. उन्होंने कहा कि क्षेत्ररक्षण अच्छा होना चाहिए क्योंकि हमें नहीं पता कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी में हमें मौका मिलेगा या नहीं.
आपको याद होगा कि जब टीम इंडिया लगातार दो वन डे मैच हारने के बाद सीरीज हार गई थी, तब विराट कोहली ने भी इस मामले पर अपनी बात रखी थी और कहा भी था कि टीम इंडिया को आलराउंडर की कमी खल रही है. टीम में हार्दिक पांड्या पहले एक आलराउंडर के तौर पर ही खेलते थे, लेकिन बाद में जब उनका ऑपरेशन हुआ, उसके बाद वे केवल बल्लेबाजी ही कर रहे हैं. केवल एक ही मैच में उन्होंने गेंदबाजी की है. आईपीएल में तो उनकी टीम मुंबई इंडियंस खिताब भी जीत गई, लेकिन हार्दिक पांड्या ने एक भी मैच में गेंदबाजी नहीं की. लेकिन वे बल्लेबाजी इतनी अच्छी कर रहे हैं कि उन्हें टीम से बाहर भी नहीं किया जा सकता.
(इनपुट भाषा)
Source : Sports Desk