भारतीय क्रिकेट टीम ने दूसरे टेस्ट मैच के पहले ही दिन शानदार प्रदर्शन करते हुए मैच पर अपनी मजबूत पकड़ बना ली है. टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब तक 170 रन पर अपने 8 विकेट गवां दिए हैं. पहले मैच की टीम इंडिया और दूसरे मैच की टीम इंडिया में बड़ा बदलाव देखने के लिए मिला है. वो ये है कि इस मैच में जब भी मौका मिला, टीम इंडिया ने एक भी कैच नहीं टकपाया, बल्कि कई कैच तो ऐसे थे, जो आधे थे, उन्हें भी पूरा में बदल दिया गया. यही कारण रहा कि ऑस्ट्रेलियाई टीम बैकफुट पर चली गई है.
यह भी पढ़ें : INDvsAUS : अजिंक्य रहाणे बने कप्तान तो किसके हाथ में उपकप्तानी, क्या आपको पता है
आपको बता दें कि ये दिलचस्प बात है कि इससे पहले टीम इंडिया के शानदार फील्डर रहे मोहम्मद कैफ ने टीम इंडिया की फील्डिंग पर सवाल उठाए थे. मोहम्मद कैफ ने कहा था कि भारतीय टीम के खिलाड़ी अभ्यास सत्र में फील्डिंग पर उतना ध्यान नहीं दे रहे हैं जितना बल्लेबाजी और गेंदबाजी पर दे रहे हैं और यह आस्ट्रेलिया में उनकी परेशानी का कारण है. मोहम्मद कैफ ने भारत और आस्ट्रेलिया के बीच शनिवार से शुरू हो रहे दूसरे टेस्ट मैच से पहले शुक्रवार को कहा था कि हमने कुछ शानदार कैच देखे हैं, लेकिन कोई कहे कि भारतीय फील्डिंग में सुधार हो रहा है तो मैं इस बात को नहीं मानूंगा क्योंकि मैंने बीते पांच-छह महीनों से जो देखा है उसके मुताबिक भारतीय खिलाड़ियों ने काफी खराब फील्डिंग की है. उन्हें काफी सुधार करने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें : ओलंपिक 2028 में T20 क्रिकेट हो सकता है शामिल, BCCI तैयार
भारत के पूर्व खिलाड़ी ने कहा था कि सख्त लहजे में कहूं तो यह कम अभ्यास का नतीजा है. एक खिलाड़ी को अंतिम-11 में मौका तभी मिलना चाहिए जब वह फील्डिंग के एक स्तर तक पहुंचे. कई सारे कैच छोड़े गए हैं. विराट कोहली ने भी कैच छोड़ा. यह आईपीएल से हो रहा है. खिलाड़ी लॉकडाउन से सीधे आईपीएल में आए. मैं समझ सकता हूं कि थोड़ी परेशानी हो सकती है क्योंकि फील्डिंग का फिटनेस से काफी लेना-देना है. खिलाड़ी चार महीने तक घर में थे. इसलिए यह आसान नहीं था. लेकिन तीन-चार महीने हो चुके हैं और आस्ट्रेलिया में भी यह हो रहा है. यह चिंता का विषय है.
यह भी पढ़ें : धनश्री वर्मा से शादी के बाद युजवेंद्र चहल ने शेयर की पहली तस्वीर, सब कुछ पीला ही पीला
आपको बता दें कि भारतीय खिलाड़ियों ने आस्ट्रेलिया दौरे पर तीनों प्रारूपों को मिलाकर अभी तक कुल तकरीबन 20 कैच छोड़ दिए होंगे. इसके अलावा मिसफील्डिंग भी की है. भारत के लिए 125 वनडे और 13 टेस्ट खेलने वाले कैफ ने कहा था कि अगर आप मैदान पर कड़ी मेहनत करते हो तो शरीर लय में आ जाता है और आंख अपने आप गेंद पर सेट हो जाती है. मैंने जो महसूस किया है कि खिलाड़ी फील्डिंग पर कम ध्यान दे रहे हैं। वह बल्लेबाजी और गेंदबाजी, जिम पर ध्यान दे रहे हैं, लेकिन ग्राउंड पर नहीं जहां असल फील्डिंग होती है. स्लिप फील्डिंग, स्कावायर लेग फील्डिंग, कैचिंग- हर अलग एंगल पर. हर एरिया नई चुनौती लेकर आता है. मुझे लगता है कि खिलाड़ी फील्डिंग प्रैक्टिस पर कम ध्यान दे रहे हैं.
यह भी पढ़ें : टीम इंडिया के लिए अभी नहीं खेल पाएंगे भुवनेश्वर कुमार, आईपीएल 2021 में करेंगे वापसी
कैफ ने लोकेश राहुल की उस बात को नकार दिया है जिसमें राहुल ने कहा था कि अचानक से लंबे समय बाद दर्शकों के सामने खेलने से फील्डिंग में परेशानी हो रही है. राहुल ने यह बात दूसरे वनडे मैच के बाद कही थी. कैफ ने कहा, सूरज, चांद, बादल, मौसम, बारिश, कोहरा- जो लोग अच्छे फील्डर बनना चाहते हैं वो इनसे आगे जाते हैं. फील्डिंग एक निवेश है. अगर आप अतिरिक्त काम करेंगे तभी फायदा होगा जैसा आप बल्लेबाजी और गेंदबाजी में करते हो.
(input ians)
Source : Sports Desk