ऑस्ट्रेलिया ने भारत को पहले दिन रात टेस्ट क्रिकेट मैच के तीसरे दिन ही आठ विकेट से हराकर चार मैचों की सीरीज में 1-0 से बढ़त बनाई. भारतीय टीम अपनी दूसरी पारी में 36 रन पर आउट हो गई. इस तरह से आस्ट्रेलिया को 90 रन का लक्ष्य मिला. उसने दो विकेट पर 93 रन बनाकर जीत दर्ज की. आस्ट्रेलिया ने भारत के 244 रन के जवाब में अपनी पहली पारी में 191 रन बनाए थे. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड ओवल मैदान पर खेले गए डे-नाइट टेस्ट मैच में मिली निराशाजनक हार के बाद भारतीय कप्तान विराट कोहली ने बल्लेबाजों की मानसिकता पर सवाल उठाए हैं. भारतीय टीम दूसरी पारी में 36 रन ही बना सकी जो टेस्ट में उसका न्यूनतम स्कोर है. विराट कोहली ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने अच्छी जगह गेंदें डाली, लेकिन गेंद ने ज्यादा कुछ खास नहीं किया. उन्होंने कहा कि बल्लेबाजों की मानसिकता कहीं न कहीं कारण रही.
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कप्तान विराट कोहली ने मैच के बाद कहा, इन भावनाओं को शब्दों में बयान करना मुश्किल है. हमारे पास 60 रनों की बढ़त थी, लेकिन फिर हमारी पारी ढह गई. दो दिन जब आप कड़ी मेहनत करते हो और अपने आप को मजबूत स्थिति में पहुंचाते हो इसके बाद एक घंटा आपको वहां पहुंचा देता है जहां से जीतना मुमकिन नहीं है. उन्होंने कहा, मुझे लगता कि आज हमें थोड़ी और इच्छाशक्ति दिखानी चाहिए थी. उन्होंने पहली पारी में भी इन्हीं एरिया में गेंदबाजी की थी, लेकिन हमारी मानसिकता रन बनाने की थी. ईमानदारी से कहूं तो कुछ अच्छी गेंदें थीं, लेकिन गेंद ने कुछ खास नहीं किया. मुझे लगता है कि यह मानसिकता के कारण हुआ, यह साफ दिख रहा था. ऐसा लग रहा था कि रन बनाना काफी मुश्किल हो रहा है. मुझे लगता है कि यह हार इच्छाशाक्ति की कमी और गेंदबाजों द्वारा अच्छी गेंदबाजी के मिश्रण का परिणाम है. अब भारत को कोहली के बगैर ही शेष 3 टेस्ट खेलने हैं. विराट कोहली अपने पहले बच्चे के जन्म के लिए स्वदेश लौटेंगे.
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आपको बता दें कि विराट कोहली का लकी चार्म आखिरकार पांच साल में पहली बार भारत के काम नहीं आया. पांच साल में पहली बार ऐसा हुआ है कि कोहली ने जिस टेस्ट में टॉस जीता, भारत वह मैच हार गया. विराट कोहली ने एडिलेड ओवल मैदान पर आस्ट्रेलिया के साथ हुए डे-नाइट टेस्ट में टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया. पहली पार में तो 244 रन बनाए लेकिन दूसरी पारी में 36 रनों पर आउट होकर रिकार्डबुक में दर्ज हो गई. इस मैच से पहले भारत के लिए कोहली लकी चार्म रहे थे. विराट कोहली ने 2015 के बाद से एडिलेड टेस्ट से पहले तक जितनी बार भी टेस्ट में टॉस जीता, भारत मैच हारा नहीं था. ऐसा लगा कि कोहली का लकी चार्म भारत को एडिलेड में कंगारुओं के खिलाफ पहले डे-नाइट टेस्ट में भी जीत दिलाएगा लेकिन मेजबान टीम ने भारत को बुरी तरह धो दिया. अब आंकड़ों की बात करते हैं. साल 2015 में कप्तान बने विराट कोहली कप्तान के तौर पर टेस्ट मैचों में 26 बार टॉस जीत चुके हैं. इनमें से सिर्फ एडिलेड टेस्ट में ही भारत को हार मिली जबकि 21 मैचों में भारत को जीत मिली हैऔर चार मैच ड्रॉ भी रहे हैं.
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Source : Sports Desk