बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान का आज मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में निधन हो गया. अपने गजब के अभिनय के लिए बॉलीवुड से लेकर हॉलीवुड में पकड़ बना चुके इरफान असल में एक क्रिकेटर बनना चाहते थे. हालांकि, पैसों की कमी की वजह से वे अपना सपना पूरा नहीं कर सके. आपको जानकर हैरानी होगी कि बीसीसीआई द्वारा आयोजित कराए जाने वाले घरेलू क्रिकेट टूर्नामेंट सीके नायडू ट्रॉफी के लिए एक टीम ने उन्हें अपनी टीम में शामिल भी कर लिया था, उन्हें मैच खेलने के लिए किसी दूसरी जगह जाना था, जिसमें 600 रुपये का खर्च आना था. इरफान के पास उस समय 600 रुपये नहीं थे, जिसकी वजह से वे उस क्रिकेट टूर्नामेंट में नहीं खेल पाए थे.
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साल 2014 में दिए गए एक इंटरव्यू में इरफान ने क्रिकेटर बनने की इच्छा की बात को स्वीकार किया था. इरफान ने बताया कि वे क्रिकेट खेलते थे और अपनी टीम के लिए ऑलराउंडर की भूमिका निभाते थे. उन्होंने बताया कि वे उस समय जयपुर टीम में सबसे कम उम्र के खिलाड़ी थे. इरफान ने बताया था कि वे क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन 600 रुपये नहीं होने की वजह से वे क्रिकेट नहीं खेल पाए और फिर वे इसके बाद दोबारा कभी क्रिकेट में आने की कोशिश नहीं की. उन्होंने कहा कि क्रिकेट मैचों के लिए उन्हें अकसर पैसों की जरूरत पड़ेगी और वे हर बार पैसों का इंतजाम नहीं कर सकते थे.
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गौरतलब है कि बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता इरफान खान (Irrfan Khan) इस दुनिया को छोड़कर जा चुके हैं. इरफान ने बुधवार को 54 साल की उम्र में आखिरी सांस ली. मंगलवार को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें मुंबई के कोकिला बेन अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया था. अभी कुछ दिन पहले ही उनकी मां का भी निधन हो गया था. साल 2018 में इरफान खान को पता चला था कि उन्हें न्यूरोएंडोक्राइन ट्यूमर है. इरफान खान (Irfan Khan) का इलाज लंदन के अस्पताल में चल रहा था और वे अभी हाल ही में भारत लौटे थे. लॉकडाउन से पहले ही उनके जीवन की आखिरी फिल्म 'अंग्रेजी मीडियम' रिलीज हुई थी.
Source : News Nation Bureau