भारतीय टीम (Team India) के पूर्व तेज गेंदबाज इरफान पठान (Irfan Pathan) संन्यास लेने के बाद अब भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली (Virat Kohli) और महान बल्लेबाज रहे सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) के खिलाफ बोलने लगे हैं. जहां एक ओर विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर चार दिन के संभावित टेस्ट मैच (Four day Test match) को सही नहीं मान रहे हैं. वहीं इरफान पठान ने इस प्रस्ताव का समर्थन कर दिया है.
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भारत के पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी इरफान पठान ने चार दिन के टेस्ट मैच को अपना समर्थन दिया है और कहा है कि यह आगे जाने के लिए अच्छा विचार है. इरफान पठान ने हाल ही में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास की घोषणा कर दी है. इरफान पठान ने आईएएनएस से कहा, मैं यह बात काफी दिनों से कहता आ रहा हूं कि चार दिन के टेस्ट मैच आयोजित कराए जाने चाहिए. मुझे लगता है कि आगे जाने का सही तरीका है. उन्होंने कहा, हम रणजी ट्रॉफी में भी चार दिन के टेस्ट मैच खेलते हैं और परिणाम भी आते हैं. तो टेस्ट मैच क्यों नहीं?
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बाएं हाथ के पूर्व खिलाड़ी ने कहा, आज के दिनों में परिणाम लगातार आ रहे हैं लेकिन चार दिन के टेस्ट मैच होते हैं तो हर मैच में परिणाम आएंगे.. मैं पूरी तरह से चार दिन के टेस्ट मैच को लेकर सहमत हूं. आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप-2023 में चार दिन के टेस्ट मैच को आयोजित कराने पर विचार कर रही है. इरफान पठान का यह बयान उस समय आया है जब सचिन तेंदुलकर, ग्लैन मैक्ग्रा, गौतम गंभीर, रिकी पोंटिंग जैसे दिग्गज इसके खिलाफ बोल चुके हैं. वहीं आईसीसी की क्रिकेट समिति इस मामले को लेकर 27-31 मार्च में दुबई में होने वाली बैठक में चर्चा करेगी.
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आपको बता दें कि इससे पहले सचिन तेंदुलकर ने कहा था कि आज T20 हो रहे हैं. वनडे हो रहे हैं और अब तो टी-10 भी होने लगे हैं. ऐसे में क्रिकेट के सबसे प्यूरेस्ट फॉर्म के साथ छेड़छाड़ जायज नहीं है. इसकी कोई जरूरत नहीं है. सचिन ने यह भी कहा कि टेस्ट से एक दिन कम करने से इस खेल को लोकप्रिय नहीं बनाया जा सकता. इसकी जगह आईसीसी को पिचों की क्वालिटी पर ध्यान देना चाहिए. इससे पहले गौतम गम्भीर ने भारतीय कप्तान विराट कोहली का समर्थन करते हुए कहा कि वह भी आईसीसी के इस प्रस्ताव के पक्ष में नहीं हैं. गौतम गम्भीर ने कहा, यह हास्यास्पद विचार है. टेस्ट से एक दिन कम करने से परिणाम नहीं आएंगे और फिर नई तरह की बातें शुरू हो जाएंगी. विराट कोहली ने शनिवार को कहा था कि वह आईसीसी के चार दिन के टेस्ट मैच के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि उनना मानना है कि यह खेल के सबसे शुद्ध प्रारूप के साथ न्याय नहीं होगा.
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विराट कोहली के मुताबिक टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट बहुत है क्योंकि इसके माध्यम से टेस्ट क्रिकेट का व्यापक बाजारीकरण किया जा सकता है. कोहली ने भारत और श्रीलंका के बीच खेले जाने वाले पहले टी-20 मैच की पूर्व संध्या पर संवाददाताओं से कहा, मेरे हिसाब से इसमें बदलाव नहीं होने चाहिए. जैसा मैंने कहा टेस्ट क्रिकेट को आगे ले जाने के लिए डे-नाइट टेस्ट लाया गया है, इससे उत्साह पैदा होता है, लेकिन इससे ज्यादा इससे छेड़छाड़ नहीं की जानी चाहिए. मुझे नहीं लगता कि ऐसा किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा, आप टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा से ज्यादा डे-नाइट टेस्ट का बदलाव कर सकते हो. इसकी चलन शुरू हो चुकी है. किसी और बात पर ध्यान केंद्रित करने की जगह सिर्फ डे-नाइट टेस्ट पर ही फोकस किया जाए तो इस फॉरमेंट में काफी आकर्षण आ सकता है.
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आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप-2023 से चार दिन के टेस्ट मैच कराने को लेकर विचार कर रही है. आस्ट्रेलिया के टेस्ट कप्तान टिम पेन सहित कई खिलाड़ी इसकी आलोचना कर चुके हैं. अब कोहली भी इसमें शामिल हो गए हैं. कोहली ने कहा कि अगर पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का कर दिया जाता है तो वो दिन भी आ जाएगा जब तीन दिन के टेस्ट की बात की जाने लगेगी. कोहली से पहले आस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम के कप्तान टिम पेन, ग्लैन मैक्ग्रा, नाथन लॉयन, दक्षिण अफ्रीका के वार्नोन फिलेंडर भी इसकी खिलाफत कर चुके हैं. आपको बता दें कि जब से आईसीसी (ICC) की ओर से पांच दिन के टेस्ट को चार दिन का करने पर विचार शुरू हुआ है, तब से क्रिकेट की दुनिया में नया घमासान मचा हुआ है. हर कोई इसे अपनी अपनी तरह से समझ रहा है और उसी हिसाब से विचार रख रहा है. हालांकि भारी संख्या में कप्तान और पूर्व कप्तान ही नहीं, खिलाड़ी भी इसका विरोध ही कर रहे हैं. वहीं कुछ लोग इस पर अभी कुछ भी कहने से बच रहे हैं.
Source : IANS/News Nation Bureau