आस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज जेसन गिलेस्पी इंग्लिश काउंटी में अपनी कोचिंग में खेलने वाले भारत के इशांत शर्मा की सीखने की ललक को देखकर काफी प्रभावित हुए थे. वह मानते हैं कि चेतेश्वर पुजारा को कांउटी में खेलकर काफी अनुभव मिला. इशांत शर्मा काउंटी में खेलने से पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खुद को साबित कर चुके थे. अभी तक 97 टेस्ट में 297 विकेट चटका चुका यह भारतीय 2018 में ससेक्स काउंटी के लिए खेला था, तब जेसन गिलेस्पी उस टीम के कोच थे. जेसन गिलेस्पी ने ‘काउ कार्नर क्रानिकल्स’ चैट शो में कहा, आपको पता है कि इशांत शर्मा की किस चीज ने सचमुच मुझे प्रभावित किया, वह थी उसकी नई जानकारी हासिल करने की ललक, दूसरों को सुनने की इच्छा, सवाल पूछना, नई चीजों को आजमाना. क्योंकि कभी कभार जब आप सीनियर और अनुभवी खिलाड़ी बन जाते हो तो आप अपनी ही तरह की चीजें करते हो. बल्कि पिछले प्रथम श्रेणी सत्र के दौरान इशांत शर्मा ने भी स्वीकार किया था कि हर कोई उनकी समस्या के बारे में बात कर रहा था, लेकिन वो गिलेस्पी ही थे, जिन्होंने उन्हें हल प्रदान किया था.
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गिलेस्पी ने कहा, खिलाड़ी जानते हैं कि उन्हें क्या करना है और यह ठीक है. लेकिन इशांत शर्मा जानता था कि उसे अच्छी गेंदबाजी करनी है. वह यह भी जानता था कि वह बेहतर गेंदबाज बनना चाहता था. भारत ने 2018 में उस सत्र में इंग्लैंड का दौरा किया था और गिलेस्पी को लगता है कि इशांत शर्मा को इस अनुभव का फायदा मिला. उन्होंने यह भी कहा कि इशांत शर्मा ने ससेक्स की ओर से खेलते हुए अन्य खिलाड़ियों को भी प्रभावित किया. गिलेस्पी एक अन्य भारतीय टेस्ट विशेषज्ञ चेतेश्वर पुजारा के साथ काम कर चुके है, जिन्हें उन्होंने यार्कशर की काउंटी टीम में कोचिंग दी थी. उन्होंने पुजारा की भी काफी तारीफ की.
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जेसन गिलेस्पी कहा, यार्कशर में चेतेश्वर पुजारा हमारी टीम में थे और मैं तब वहां मुख्य कोच था. हमें शीर्ष तीन में एक बल्लेबाज की जरूरत थी जो चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में हमारे लिए अच्छा खेले और अच्छी गेंदबाजी के खिलाफ डटा रहे. चेतेश्वर पुजारा के 2015 में यार्कशर की ओर से खेलने के बारे में बात करते हुए गिलेस्पी ने कहा, पुजारा उस स्थान के लिए बिलकुल फिट रहा. उसने इसे चुनौती के तौर पर लिया और इंग्लिश हालात में ड्यूक गेंद के खिलाफ चुनौती बतौर खिलाड़ी उसके लिए अच्छी परीक्षा रही. यह उसके लिए अच्छा अनुभव रहा. जेसन गिलेस्पी को लगता है कि काउंटी क्रिकेट में खेलने से पुजारा को काफी मदद मिली.
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आपको बता दें कि पिछले साल दिसंबर में ही तेज गेंदबाज इशांत शर्मा ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि हर कोई समस्या बताता है कोई भी समाधान नहीं बताता, लेकिन जेसन गिलेस्पी के आने से चीजें बदल गईं. उन्होंने कहा था कि मैं ज्यादा वीडियो नहीं देखता. मैं अपने अधिकतर वीडियो में यह देखता हूं कि मैं गेंद जहां डालना चाहता था, वहां डाल पाया कि नहीं. जब आप उन नंबर के बारे में सोचते हो तो आप अपनी गेंदबाजी के बारे में सोचते हो. आपको अपने क्रियान्वयन का पता चल जाता है और खराब गेंदों का पता चल जाता है. यह अनुभव से आता है. दाएं हाथ के इस गेंदबाज ने कहा, भारत में परेशानी यह है कि हर कोई आपको समस्या बताता है लेकिन कोई आपको समाधान नहीं बताता. समाधान जानना अहम है. मुझे यह अहसास हुआ है सिर्फ एक-दो लोग समाधान पर काम करते हैं. इशांत ने आगे कहा, जहीर ने हमें कई तरह के समाधान बताए. कई लोगों ने मुझसे कहा कि मुझे अपनी फुल लैंग्थ गेंद में तेजी लानी चाहिए लेकिन किसी ने यह नहीं बताया कि कैसा लानी चाहिए. यह बात मुझे खुद पता चली. जब मैं काउंटी खेलने गया तो जेसन गिलेस्पी ने मुझे समाधान बताया.
(इनपुट भाषा)
Source : News Nation Bureau