वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच से ठीक पहले कोविड-19 बायो सिक्योर प्रोटोकॉल तोड़ने की वजह से ही जोफ्रा आर्चर को टीम में शामिल नहीं किया गया था. आर्चर की इस गलती पर इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के निदेशक एश्ले जाइल्स ने नाराजगी जाहिर की थी और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की बात कही थी. जाइल्स के बयान के बाद ECB ने इंग्लैंड के स्टार तेज गेंदबाज जोफ्रा आर्चर पर कोविड-19 प्रोटोकॉल तोड़ने के आरोप में जुर्माना लगाया है.
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बोर्ड ने आर्चर पर लगाए गए जुर्माने की रकम को सार्वजनिक नहीं किया है. इसके साथ ही ECB ने तेज गेंदबाज को लिखित में चेतावनी भी दी है. ईसीबी ने कहा कि यह फैसला एक बैठक में लिया गया, जिसमें ईसीबी के क्रिकेट निदेशक एश्ले जाइल्स, पेशेवर क्रिकेटर्स एसोसिएशन का सदस्य और आर्चर के एजेंट मौजूद थे. ईसीबी ने कहा, "17 जुलाई की शाम हुई अनुशासन समिति की बैठक में फैसला लिया गया है कि आर्चर पर गोपनीय रकम का जुर्माना लगेगा और उन्हें 13 जुलाई को बायो सिक्योर प्रोटोकॉल्स का उल्लंघन करते हुए अपने घर जाने को लेकर आधिकारिक चेतावनी भी दी जाएगी."
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ईसीबी के बयान में कहा गया है कि इस दौरान आर्चर सेल्फ आइसोलेशन में रहेंगे और उनके दो कोविड-19 टेस्ट किए जाएंगे. दोनों टेस्ट निगेटिव आने के बाद वे 21 जुलाई को टीम के साथ जुड़ सकते हैं. आर्चर के द्वारा प्रोटोकॉल तोड़ने के बाद जाइल्स ने कहा था कि उनकी इस गलती की वजह से बोर्ड को करोड़ों पाउंड्स का नुकसान हो सकता था. बता दें कि आर्चर ने अपनी गलती मानते हुए सभी से माफी मांगी थी. इस मामले में बेन स्टोक्स ने कहा था कि टीम को आर्चर को अकेला नहीं छोड़ना चाहिए और इस समय उनका साथ देना चाहिए.
Source : News Nation Bureau