भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान कपिल देव ने शनिवार को कहा कि डिसिसन रिव्यू सिस्टम (डीआरएस) को विराट कोहली की टीम को सहजता से लेना चाहिए क्योंकि उसके लिए यह एक नई चीज है।
कपिल के मुताबिक वक्त के साथ कोहली और उनके साथी डीआरएस सम्बंधी फैसलों को लेकर परिपक्व होंगे। जेपी ग्रीन्स गोल्फ कोर्स में एडमिरल्स कप गोल्फ टूर्नामेंट के 15वें संस्करण में हिस्सा ले रहे कपिल ने कहा कि अगर पूरी दुनिया इसे अपना रही है तो फिर भारत इससे कैसे पीछे हट सकता है और फिर क्रिकेट में एक बड़ा नाम होने के कारण भारत को यह भी देखना होगा कि विश्व क्रिकेट की भलाई किस बात में है और उसे उसी हिसाब से फैसले करने चाहिए।
कपिल ने कहा, 'अगर सारी दुनिया डीआरएस ले रही है तो ठीक है। इसमें कोई बुराई नहीं। अगर क्रिकेट में बदलाव की जरूरत है तो हमें उसे स्वीकार करना चाहिए। हम उसे कैसे नकार सकते हैं। हां, हमें किसी को मौका नहीं देना चाहिए कि वह हमारे फैसलों पर सवाल खड़ा करे। हां, यह एक नई चीज है और वक्त के साथ हमारे खिलाड़ी और कप्तान इसे लेकर परिपक्व होंगे। हमें यह देखना होगा कि डीआरएस से कैसे विश्व क्रिकेट को फायदा हो रहा है। हमें सिर्फ भारतीय क्रिकेट के बारे में नहीं सोचना चाहिए क्योंकि क्रिकेट वैश्विक खेल है और इसका वैश्विक विकास ही सबके हित में है।'
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बता दें कि भारत तथा आस्ट्रेलिया के साथ जारी चार मैचों की सीरीज के तहत बेंगलुरू में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच के दौरान डीआरएस सम्बंधी एक फैसले पर भारतीय कप्तान विराट कोहली ने काफी आक्रामक रुख दिखाया था।
इसे लेकर उनका आस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीवन स्मिथ के साथ विवाद भी हुआ था। भारतीय बोर्ड ने इसे लेकर आईसीसी में भी शिकायत की थी लेकिन बाद में उसे वापस ले लिया था। भारत लम्बे समय से डीआरएस के खिलाफ रहा है क्योंकि उसका मानना है कि यह प्रणाली फुलप्रूफ नहीं है।
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Source : IANS