कॉफी विद करण (Koffee With karan) में महिलाओं के प्रति विवादित टिप्पणी के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल राहुल (KL Rahul) पर लगे निलंबन के फैसले को सुप्रीम कोर्ट की ओर से नियुक्त प्रशासकों की समिति (COA) ने हटा लिया है. हालांकि इस मामले की जांच अभी भी विचाराधीन है. सीओए (COA) की ओर से बैन हटा लिए जाने के बाद हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और केएल राहुल (KL Rahul) न्यूजीलैंड दौरे पर गई भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं.
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने गुरुवार को एक बयान जारी कर बताया कि प्रशासकों की समिति (सीओए) ने दोनों खिलाड़ियों पर से प्रतिबंध हटा लिया है. इन दोनों पर से यह प्रतिबंध लोकपाल की नियुक्ति में हो रही देरी के चलते हटाया गया है.
बीसीसीआई (BCCI) ने अपने बयान में कहा, 'किसी भी क्रिकेट खिलाड़ी पर सभी तरह के आरोप का मामला सुनने के लिए बीसीसीआई (BCCI) के लोकपाल की जरूरत होती है, लेकिन लोकपाल की नियुक्ति सर्वोच्च अदालत द्वारा लंबित है. इसलिए प्रशासकों की समिति (सीओए) का मानना है कि इन दोनों खिलाड़ियों पर जो अंतरिम प्रतिबंध लगाया गया था, उसे तुरंत प्रभाव से हटाया जाए.'
CoA: The matter and decision has been taken with the concurrence of Amicus Curiae, P.S. Narasimha. In view of the above, the suspension orders dated 11.01.2019 is immediately lifted pending appointment and adjudication of the allegations by the BCCI Ombudsman https://t.co/24ydnzzJn7
— ANI (@ANI) January 24, 2019
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इस विवाद के चलते ही इन दोनों खिलाड़ियों को ऑस्ट्रेलिया दौरे के बीच में ही बुला लिया गया था.
इससे पहले 18 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बीसीसीआई (BCCI) के सभी मामलों की सुनवाई एक हफ्ते के लिए स्थगित कर दी थी जिससे भारतीय क्रिकेटर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और लोकेश राहुल का इस मामले पर फैसले का इंतजार बढ़ गया था.
वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के कार्यकारी अध्यक्ष सी के खन्ना ने शनिवार को स्पेशल जनरल मीटिंग (एसजीएम) बुलाने से इंकार करते हुए प्रशासनिक समिति (CoA) से जांच चलने तक क्रिकेटर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) और के एल राहुल के निलंबन को वापस लेने की मांग की थी.
सीके खन्ना ने कहा कि बोर्ड अधिकारियों की मांग पर दोनों खिलाड़ियों की जांच के लिए लोकपाल की नियुक्ति को लेकर एसजीएम बुलाना सही नहीं है क्योंकि सुप्रीम कोर्ट अगले हफ्ते मामले की सुनवाई करेगा.
खन्ना ने सीओए को पत्र में लिखा, 'उन्होंने गलती की और उन्हें पहले ही निलंबित किया जा चुका है और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज से वापस बुला लिया गया था. उन्होंने बिना शर्त माफी भी मांगी है. मेरा सुझाव है कि लंबित जांच के दौरान दोनों खिलाड़ियों को भारतीय टीम में जल्द बहाल किया जाए और न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम से जुड़ने की अनुमति दी जाए.'
आपको बता दें कि हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) को 'कॉफी विद करण' शो पर महिलाओं के खिलाफ दिए गए बयान के बाद बीसीसीआई (BCCI) ने प्रतिबंधित कर दिया था और ऑस्ट्रेलिया (Australia) से वापस बुला लिया था.
Source : News Nation Bureau