कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपी खिलाड़ी सी.एम. गौतम और अब्ररार काजी के अलावा सट्टेबाज को पुलिस हिरासत में ही रखा जाएगा जबकि बाकियों को जमानत दे दी गई है. एक अधिकारी ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी. केंद्रीय अपराध शाखा के पुलिस उप-आयुक्त कुलदीप जैन ने कहा, "काजी और गौतम तथा सट्टेबाज सय्यम पुलिस हिरासत में ही रहेंगे जबकि अन्य आरोपियों को जमानत दे दी गई है."
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बेंगलुरू ब्लास्टर्स की टीम के सदस्य काजी और गौतम को सात नवंबर को भारतीय अपराध संहिता (आईपीसी) की धारा 420 के तहत पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था. हरियाणा के रहने वाले सट्टेबाज सय्यम को 11 नवंबर को गिरफ्तार किया गया था. जिन आरोपियों को जमानत मिली है उनमें बेंगलुरू ब्लास्टर्स के निशांत सिंह शेखावत और विश्वनाथन, उनके गेंदबाजी कोच वीनू प्रसाद और बलारी टस्कर्स के भुवनेश बाफ्ना के नाम शामिल हैं.
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जैन ने हालांकि यह नहीं बताया कि क्या पुलिस ने अभिमन्यू मिथुन को जांच के लिए समन भेजा है कि नहीं. एक स्थानीय रिपोर्ट में जैन ने कहा है, "मैं आपके निश्चित सवाल का निश्चित जवाब नहीं दे सकता. हमने कई लोगों को समन भेजा है और जांच जारी है. हमने कई खिलाड़ियों और अधिकारियों को समन भेजा है." मिथुन भारत के लिए चार टेस्ट और पांच वनडे खेल चुके हैं. जैन ने वहीं कहा है कि कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) से जानकारी निकलवाना एक लंबी प्रक्रिया है जो अभी तक पूरी नहीं हुई है.
Source : आईएएनएस