अक्टूबर-नवंबर में होने वाले वनडे वर्ल्ड कप की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. टूर्नामेंट का पहला मुकाबला डिफेंडिंग चैंपियन इंग्लैंड और दो बार की रनर-अप न्यूजीलैंड के बीच होगा. क्रिकेट के महाकुंब के लिए मेजबान टीम इंडिया को खिताबी जीत का फेवरेट माना जा रहा है. भले ही भारत पिछले 10 सालों में एक भी आईसीसी ट्रॉफी न जीत सका हो, लेकिन टीम को घरेलू मैदान पर खेलने का पूरा फायदा मिलेगा. वर्ल्ड कप में भारतीय टीम अपने अभियान की शुरुआत 8 अक्टूबर को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले मुकाबले से करेगी. ये बड़ा मैच चेन्नई में खेला जाएगा.
अब एक बड़ा सवाल ये है कि वर्ल्ड कप में भारतीय टीम का स्क्वॉड क्या होगा? खासतौर पर टीम इंडिया किन स्पिन गेंदबाजों के साथ मैदान पर उतरेगी? विश्व कप भारत में होने वाला है, ऐसे में स्पिन गेंदबाजों का रोल टूर्नामेंट में काफी अहम होगा. भारतीय स्क्वॉड में बतौर स्पिनर फिलहाल ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा और अक्षर पटेल के अलावा कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल मौजूद हैं. बात अगर चहल और कुलदीप यानी कुल्चा की जोड़ी की करें, तो इनमें प्लेइंग-11 में कौन सबसे बेहतर विकल्प होगा, या कौन प्लेइंग-11 में खेलेगा इस पर भी सभी की नजरें बनीं रहेगी.
जब पूर्व भारतीय खिलाड़ी और फेमस कमेंटेटर संजय मांजरेकर कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल में से किसी एक को चुनने को कहा गया, तो उन्होंने चाइनामैन कुलदीप यादव का नाम लिया. मांजरेकर ने सीधे तौर पर कहा कि अगर यादव और चहल में किसी एक के साथ मैदान पर उतरना पड़ा, तो मैं कुलदीप के साथ जाउंगा.
अपने एक बयान में उन्होंने कहा, मुझे नहीं लगता कि टीम इंडिया वर्ल्ड कप में कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल दोनों खिलाड़ियों के साथ मैदान पर उतरेगी. हालांकि, यह विपक्षी टीम पर भी निर्भर करेगा कि किस टीम के खिलाफ भारत खेल रहा है. अगर किसी ऐसी टीम के साथ मैच है जिसके बल्लेबाज स्पिन खेलने में बेहतर नहीं हैं तो फिर कुलदीप यादव और युजवेन्द्र चहल दोनों के साथ टीम इंडिया मैदान पर उतर सकती है, लेकिन अगर किसी एक को चुनना हो तो फिर मैं कुलदीप यादव के साथ जाउंगा.
मांजरेकर के अनुसार, कुलदीप तब भी विकेट निकालने की काबिलियत रखते हैं, जब बल्लेबाज डिफेंसिव मोड में हो. कुलदीप यादव विकेट निकालने की क्षमता रखते हैं, इस वजह से मैं कुलदीप यादव को पहला चांस दूंगा. हालांकि मैं चाहूंगा कि चहल टीम का हिस्सा रहे, लेकिन प्लेइंग-11 में कुलदीप के साथ जाना पसंद करूंगा. क्योंकि वनडे फॉर्मेट में आपको विकेट निकालने वाला गेंदबाज चाहिए. जब बल्लेबाज बड़े शॉट नहीं खेल रहा हो. ऐसे हालात के लिए कुलदीप यादव बेहतर विकल्प हैं.
अगर वास्तव में चहल की जगह कुलदीप को प्लेइंग-11 में पहली पसंद के तौर पर देखा जाता है, तो यह युजवेंद्र के लिए वाकई में काफी बुरा होगा. पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में हुए टी20 वर्ल्ड कप के दौरान भी चहल को सिर्फ बेंच पर बैठे ही देखा गया था. इसका नुकसान भी टीम को हुआ और टीम सेमीफाइनल में इंग्लैंड से 10 विकेट से हार गई. पूरे टूर्नामेंट में चहल सिर्फ पानी पिलाते नजर आए थे.
हाल फिलहाल के समय में टीम मैनेजमेंट ने दोनों में से किसी एक को मौका दिया है और दूसरे स्पिनर के तौर पर रवींद्र जडेजा या फिर अक्षर पटेल को प्रथमिकता मिली है. 'Kul-Cha' की जोड़ी को अब बहुत ही साथ में प्लेइंग-11 में खेलते देखा जाता है.
बता दें कि 2017 से 2019 तक इस जोड़ी ने वर्ल्ड क्रिकेट पर अपना राज किया. दोनों ने अकेले अपने दम पर टीम इंडिया को कई मैच जिताए. कुलदीप अब तक 81 वनडे में 134 और चहल 72 मुकाबलों में 121 विकेट ले चुके हैं.
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by Akhil Gupta