मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) को पाकिस्तान (Pakistan) क्रिकेट टीम का मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता बनाए जाने के खिलाफ लाहौर हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई है. इस पर हाईकोर्ट ने पाकिस्तान (Pakistan) क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (PCB) को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. पाकिस्तान (Pakistan) मीडिया में शुक्रवार को प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक, मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) को मुख्य कोच और मुख्य चयनकर्ता बनाए जाने के खिलाफ याचिका पर लाहौर हाईकोर्ट में सुनवाई हुई.
याचिकाकर्ता ने कहा कि मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) का वेतन और उन्हें मिलने वाली अन्य सुविधाएं उनके काम की तुलना में बहुत ज्यादा हैं. इसलिए उनकी इन पदों पर नियुक्ति को रद्द किया जाए. मामले की सुनवाई के दौरान जस्टिस अमीर भट्टी ने टिप्णणी की कि मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) देश के स्टार हैं. उन्हें कोच क्यों नहीं बनना चाहिए? शुक्र मनाइये कि इस बार कोच को बाहर से आयात नहीं किया गया.
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अदालत ने याचिकाकर्ता की गुजारिश पर क्रिकेट बोर्ड को नोटिस जारी कर उससे अपना पक्ष रखने को कहा. दूसरी ओर 'एक्सप्रेस न्यूज' की रिपोर्ट में कहा गया है कि एक टीवी शो में पाकिस्तान (Pakistan) क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान मोहम्मद यूसुफ ने मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) को कोच बनाए जाने पर सवाल उठाते हुए इसे मेरिट के खिलाफ करार दिया.
उन्होंने कहा कि अगर मेरिट पर ध्यान दिया जाए तो खुद मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) को ताज्जुब होगा कि वह टीम के हेड कोच हैं.
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यूसुफ ने कहा कि पाकिस्तान (Pakistan) की बैटिंग में तकनीक, नियंत्रण और आक्रामकता की समस्या है. मिस्बाह-उल-हक (Misbah Ul Haq) की बैटिंग को देखिए, उसमें कहीं भी तकनीक और आक्रामकता दिखाई देती थी क्या?
Source : IANS