साल 1933 इंग्लैंड की क्रिकेट टीम भारत के दौरे पर आई थी इस दौरान इंग्लैंड को भारत के साथ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज खेलनी थी. इंग्लैंड के खिलाफ भारत का पहला मुकाबला मुंबई में खेला जाना था. सीरीज के पहले मैच की दूसरी पारी में भारत की ओर से लाला अमरनाथ ने इतिहास रचते हुए पहला टेस्ट शतक लगा दिया. यह टेस्ट शतक ऐतिहासिक इसलिए थे क्यों कि यह किसी भी भारतीय द्वारा लगाया गया पहला टेस्ट शतक था. आपको बता दें कि भारतीय टीम के इस पूर्व महान बल्लेबाज लाला अमरनाथ ने आज से ठीक 86 साल पहले देश के लिए इतिहास रचा था. भारतीय टीम के लिए लाला अमरनाथ ने वो कमाल किया था जो इससे पहले कोई बल्लेबाज नहीं कर सका था.
मुंबई के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ लाला अमरनाथ ने भारत की ओर से पहला टेस्ट शतक लगाया यहां एक बात और बता दें कि यह टेस्ट मैच लाला अमरनाथ का डेब्यू टेस्ट मैच था. भारत ने लगभग इससे डेढ़ साल पहले ही टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी, लेकिन कोई खिलाड़ी शतक नहीं लगा पाया था. दाएं हाथ के बल्लेबाज लाला अमरनाथ भारत की ओर से पहला शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे. आपको बता दें कि भारतीय टीम यह मुकाबला 9 विकेट से हार गई थी, लेकिन लाला अमरनाथ ने दूसरी पारी में 118 रन बनाकर भारत के लिए इतिहास रच दिया था.
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लाला अमरनाथ का जन्म आज ही के दिन 11 सितंबर 1911 को कपूरथला में हुआ था. लाला अमरनाथ ने 15 दिसंबर 1933 को इंग्लैंड के खिलाफ अपने टेस्ट करियर की शुरुआत की थी. लाला अमरनाथ अपने जमाने के धांसू ऑलराउंडर में गिने जाते थे. लाला अमरनाथ ने अपने 20 साल के करियर में कुल 24 टेस्ट मैच खेले. उन्होंने अपनी 24 मैचों की 40 पारियों में 24.38 की औसत से कुल 878 रन और 45 विकेट चटकाए.
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लाला अमरनाथ ने अपने सुनहरे टेस्ट करियर में एक शतक और 4 अर्धशतक जड़े. उनका अधिकतम स्कोर 118 रन था. गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 35 पारियों में 45 विकेट चटकाए. गेंदबाजी करते हुए एक पारी में उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 5/96 था, जबकि एक मैच में उनका बेस्ट बॉलिंग फिगर 8/167 था. लाला ने टेस्ट करियर में 3 बार 4 विकेट और 2 बार 5 विकेट या उससे ज्यादा विकेट 2 बार चटकाए. भारत के इस दिग्गज खिलाड़ी ने अपने करियर का आखिरी मैच दिसंबर 1952 में पाकिस्तान के खिलाफ खेला था.
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लाला अमरनाथ के 3 बेटे सुरिंदर अमरनाथ, मोहिंदर अमरनाथ और राजिंदर अमरनाथ ने भी क्रिकेट में भी अपना भविष्य तलाशा. हालांकि एक क्रिकेटर के तौर पर मोहिंदर अमरनाथ को जबरदस्त सफलता मिली. कपिल देव की कप्तानी में 1983 विश्व कप जीतने वाली टीम इंडिया में मोहिंदर अमरनाथ ने अहम किरदार निभाया था. सुरिंदर अमरनाथ ने जहां अपने करियर में सिर्फ 10 टेस्ट मैच और 3 वनडे मैच खेले तो वहीं दूसरी ओर राजिंदर अमरनाथ को अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने का मौका ही नहीं मिला.
Source : रवींद्र प्रताप सिंह