भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आज अपनी कप्तानी छोड़े पूरा एक साल हो गया है। धोनी ने पिछले साल 4 जनवरी 2017 को वनडे और टी-20 क्रिकेट से कप्तानी छोड़ी थी।
महेंद्र सिंह धोनी ने पिछले एक साल में बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज टीम में अपना योगदान दिया। कप्तानी के दौरान उनके फॉर्म पर भी कई सवाल उठे, लेकिन हर बार धोनी ने अपने प्रदर्शन से आलोचकों को शांत किया।
कप्तानी छोड़ने के बाद धोनी का रोल टीम में काफी बदल गया। चूंकि वो सबसे सीनियर हैं, साथ ही अनुभवी कप्तान भी इसलिए उनकी जिम्मेदारी भी ज्यादा है। कई बार मैदान पर धोनी बड़ा फैसला लेते हुए नजर आते हैं, कप्तान कोहली भी मुश्किल समय में उनके पास मदद के लिए जाते हैं।
कप्तान कोहली ने भी हर बार कहा है कि ये मेरे लिए अच्छी बात है कि मेरी कप्तानी की शुरुआत में धोनी वहां पर मौजूद हैं। धोनी न सिर्फ कप्तान को टिप्स देते हैं, बल्कि गेंदबाजों के लिए फील्डिंग सेट करना, उन्हें कहां पर गेंद डालनी है सब कुछ बताते हैं।
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36 साल की उम्र में भी धोनी किसी युवा खिलाड़ी की तरह फिट हैं। मतलब मिशन 2019 वर्ल्ड कप के लिए वह बिल्कुल तैयार हैं।
हालांकि पिछले एक साल में धोनी के प्रदर्शन में गिरावट आई है। अब वह पहले की तरह धुआंधार बल्लेबाजी नहीं कर पाते हैं लेकिन फिर भी समय आने पर उन्होंने कई बार टीम को हारते हुए बचाया है।
आपको बता दें कि कप्तान धोनी काफी सफल रहे हैं। अगर वनडे की बात करें तो उन्होंने भारत की ओर से 199 मैचों में कप्तानी की है जिसमें उन्होंने 110 मैचों में जीत हासिल की, जबकि 74 मुकाबलों में उन्हें हार मिली। चार मुकाबले टाई और 11 मैचों का कोई परिणाम नहीं निकला। धोनी की कप्तानी में टीम इंडिया ने 60 फीसद से ज्यादा मैचों में जीत दर्ज की है।
धोनी की ही कप्तानी में भारत ने पहला टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 का विश्वकप और 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी जीती। धोनी दुनिया के इकलौते ऐसे कप्तान रहे जिन्होंने आईसीसी की सभी ट्रॉफियां जीती हैं।
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Source : News Nation Bureau