भारतीय टीम के पूर्व कप्तान और इस समय संन्यास की चर्चा का केंद्र बनने वाले महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) ने कहा कि वह जनवरी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी के बारे में बात नहीं करना चाहते. मुंबई में एक कार्यक्रम में जब महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) से ब्रेक से वापसी के बारे में पूछा गया तो धोनी (MS Dhoni) ने कहा, "जनवरी तक मत पूछो. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) इसी साल इंग्लैंड में खेले गए विश्व कप के सेमीफाइनल में टीम की जर्सी पहनी थी, लेकिन तब से वह आराम के नाम से टीम से बाहर हैं. उनके संन्यास को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं होती रहती हैं. वहीं ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की विफलता ने धोनी (MS Dhoni) की वापसी पर भी लोगों का ध्यान खींचा है.
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हाल ही में टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi shastri) ने मंगलवार को महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को लेकर किए गए सवाल पर कहा था, यह निर्भर करता है कि वह महेंद्र सिंह धोनी कब खेलना शुरू करते हैं और आईपीएल में कैसा खेलते हैं. वहीं दूसरे खिलाड़ी विकेटकीपिंग में क्या कर रहे हैं और धोनी के मुकाबले उनकी फॉर्म क्या है. आईपीएल बड़ा टूर्नामेंट होगा क्योंकि आपके लगभग 15 खिलाड़ी तय हो चुके होंगे. उन्होंने कहा, मैं कह सकता हूं कि आईपीएल के बाद आपकी टीम लगभग तय हो जाएगी. साथ ही मैं यह कहना चाहता हूं कि कौन कहां है इस बारे में कयास लगाने के बजाए आईपीएल तक का इंतजार करें. इसके बाद ही आप फैसला करने की स्थिति में होंगे कि देश में सर्वश्रेष्ठ 17 कौन हैं.
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पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने बुधवार को कहा कि 2007 में विश्व T20 और 2011 में विश्व कप जीतने वाली उनकी टीम का शानदार स्वागत जैसे क्षण उनके दिल के बेहद करीब है. महेंद्र सिंह धोनी की अगुवाई में भारत ने दक्षिण अफ्रीका में पहला टी20 विश्व कप जीता था, जबकि इसके बाद उनके नेतृत्व में अपनी सरजमीं पर 2011 में वनडे विश्व कप अपने नाम किया था. महेंद्र सिंह धोनी ने मुंबई में एक प्रचार कार्यक्रम से इतर कहा, मैं यहां दो घटनाओं का जिक्र करना चाहूंगा. हम 2007 में T20 विश्व कप के बाद भारत आए और हमने खुली बस में यात्रा की और हम मैरीन ड्राइव मुंबई में खड़े रहे. हर तरफ जाम लगा था और लोग हमारे स्वागत के लिए अपनी कारों में आए थे.
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उन्होंने कहा, इसलिए मुझे हर किसी के चेहरे पर खुशी देखकर अच्छा लगा था. क्योंकि दर्शकों में कई ऐसे लोग रहे होंगे जिनकी उड़ान छूट गई होगी, हो सकता है कि वे किसी महत्वपूर्ण काम से जा रहे हो. वह शानदार स्वागत था. पूरा मैरीन ड्राइव एक छोर से दूसरे छोर तक भरा था. धोनी ने जिस दूसरे वाकया का जिक्र किया वह यहां 2011 में खेले गये विश्व कप का फाइनल मैच का वह क्षण था जब भारत जीत के करीब था और दर्शक ‘वंदे मातरम’ चिल्ला रहे थे. महेंद्र सिंह धोनी ने इस महत्वपूर्ण मैच में नाबाद 91 रन बनाए थे. उन्होंने कहा, और दूसरा वाकया 2011 विश्व कप फाइनल का था. मैच में जब 15-20 रन चाहिए थे तब जिस तरह से वानखेड़े स्टेडियम में दर्शक ‘वंदे मातरम’ का उदघोष कर रहे थे. धोनी ने कहा, ये दो वाकये हैं. मुझे लगता है कि उन्हें दोहराना बहुत मुश्किल होगा. ये दो घटनाएं मेरे दिल के काफी करीब हैं.
Source : एजेंसी