जहां एक ओर पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी और गेंदबाज हरभजन सिंह ने दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज खेल रही भारतीय टीम का समर्थन किया है, वहीं पूर्व हरफनमौला खिलाड़ी मनोज प्रभाकर ने टीम की आलोचना की है। मनोज ने शनिवार को कहा कि भारतीय टीम को पारी के पहले 20 ओवरों में अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी करनी होगी।
भारत के लिए 1990 के दशक में अलग-अलग समय पर गेंदबाज और बल्लेबाज की भूमिका निभाने वाले प्रभाकर ने कहा, 'दक्षिण अफ्रीका में पहले 20 ओवरों में अगर टीम अच्छी बल्लेबाजी और गेंदबाजी नहीं कर सकती, तो हम मेजबान टीम से नहीं जीत सकते।'
प्रभाकर ने कहा, 'सबसे अहम चीज है कि आपको यह समझने की जरूरत है कि एक कंपल्सरी हुकर बल्लेबाज होने पर आप किस तरह गेंद का सामना करते हैं। अगर आप सामने से आ रही गेंद का सामना नहीं कर सकते, तो आप पिच पर टिक नहीं सकते। गेंद को जाने देना भी सीखना जरूरी है। मैं भी सलामी बल्लेबाज रहा हूं और जब मैं संघर्ष कर सकता हूं, तो वे क्यों नहीं कर सकते?'
उल्लेखनीय है कि भारतीय टीम तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में 2-0 से हार चुकी है। दोनों टीमों के बीच अब तीसरा टेस्ट मैच 24 जनवरी से जोहानसबर्ग में खेला जाएगा।
और पढ़ें: ब्लाइंड क्रिकेट वर्ल्ड कप: पाकिस्तान को हराकर दूसरी बार भारत बना विश्व विजेता
दूसरे टेस्ट मैच में भारत की अंतिम एकादश में भुवनेश्वर को शामिल न करने पर प्रभाकर ने हैरानी जताते हुए कहा, 'वह कैसे कह सकते हैं कि भुवनेश्वर इस विकेट पर गेंदबाजी नहीं कर सकते। आपने हवा में बहुत कम गेंदबाजों को गेंद स्विंग कराते हुए देखा है और भुवनेश्वर ऐसा कर सकते हैं। बाकी के गेंदबाज विकेट पर स्विंग कर सकते हैं। ऐसे में अगर आपके पास भुवनेश्वर जैसा गेंदबाज है, तो नई गेंद के साथ उनका इस्तेमाल क्यों नहीं किया जाता?'
अजिंक्य रहाणे को बाहर रखने के बारे में प्रभाकर ने कहा, 'टी-20 और वनडे पर आधारित टेस्ट टीम का ऐसा चयन शर्म की बात है। क्या आप टेस्ट मैच में ऋषभ पंत को ले सकते हैं। नहीं। रहाणे को शामिल करना चाहिए था।'
और पढ़ें: हाफिज के बचाव में मुशर्रफ, कहा- पाक नहीं मानता आतंकी
Source : IANS