कोरोना वायरस की वजह से क्रिकेट के कई नियमों में बदलाव आना संभव है. क्रिकेट में होने वाले इन बदलावों से खासतौर पर गेंदबाजों पर बड़ा प्रभाव पड़ेगा. कोरोना वायरस संक्रमण से बचने के लिए गेंदबाज अब गेंद चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल नहीं कर सकेंगे. हालांकि, अभी तक इस बात को लेकर कोई स्पष्ट जानकारी नहीं मिली है कि गेंदबाज गेंद को चमकाने के लिए किस चीज का इस्तेमाल करेंगे.
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इसी बीच पाकिस्तान क्रिकेट के मुख्य कोच और चयनकर्ता मिस्बाह उल हक ने कहा कि गेंदबाजों को लार के इस्तेमाल से रोकने के लिए फेस मास्क लगाना अनिवार्य कर देना चाहिए. मिस्बाह ने कहा कि दुनिया के सभी गेंदबाजों को गेंद चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल करने की आदत है. ऐसे में वे जाने-अनजाने में गेंद चमकाने के लिए लार का इस्तेमाल कर सकते हैं. हालांकि, मिस्बाह की इस सलाह से किसी को कोई खास फर्क नहीं पड़ता दिख रहा है.
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मिस्बाह उल हक के इस अजीबो-गरीब सलाह पर टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज अजीत अगरकर ने कहा कि मैदान पर गेंद चमकाने का काम केवल गेंदबाजों का ही नहीं बल्कि फील्डरों का भी होता है. ऐसे में फील्डिंग करने वाली पूरी टीम को ही मास्क पहनना होगा. अगरकर ने कहा कि मिड-ऑन, मिड-ऑफ और स्लिप में खड़े फील्डर्स गेंद को चमकाने के लिए अकसर लार का इस्तेमाल करते हैं.
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गेंदबाजों के लिए मास्क लगाए रखने पर अजीत अगरकर ने कहा कि उनके सेहत के लिए ऐसा ठीक नहीं है. इस पूरे मामले पर श्री एचएन रिलायंस फाउंडेशन हॉस्पिटल के रीहैबलिटेशन ऐंड स्पोर्ट्स मेडिसन के निदेशक डॉक्टर आशीष कॉन्ट्रेक्टर का कहना है कि तेज गेंदबाज मास्क लगाकर गेंदबाजी कर सकते हैं, हालांकि ऐसा करना काफी अनकम्फर्टेबल हो सकता है. इसके अलावा इसमें कोई खास दिक्कतें नहीं है.
Source : News Nation Bureau