भारतीय महिला टेस्ट और वनडे टीम की कप्तान मिताली राज ने टीम के मुख्य कोच रमेश पवार के पिछले कार्यकाल के दौरान उनके साथ हुए मतभेद को लेकर कहा कि वह इस घटनाक्रम से आगे बढ़ चुकी हैं और व्यक्तिगत मुद्दों को ज्यादा महत्व नहीं देती हैं. क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, 2018 टी20 विश्व कप में सेमीफाइनल में बाहर हो जाने के बाद पवार और मिताली के बीच मतभदों की खबर आई थी. मिताली ने कहा, हम अतीत में नहीं जी सकते. मैं वर्षो से खेल रही हूं और मेरे अंदर अहंकार नहीं है. 21 साल बहुत लंबा समय होता है और मैंने काफी चुनौतियों का सामना किया है. जब बात भारत के लिए खेलने के लिए आती है तो इसका मतलब है आप देश की सेवा में हो.
मिताली राज ने आगे कहा कि ऐसे में व्यक्तिगत मुद्दों को मैं ज्यादा महत्व नहीं देती हूं. भारतीय महिला टीम को अगले महीने इंग्लैंड दौरे पर जाना है जहां उसे एक टेस्ट, तीन टी20 और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलनी है. इसके बाद उसे इसी साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाना है जहां वह सभी प्रारूपों की सीरीज खेलेगी. मिताली ने कहा कि उन्हें एक कप्तान और पवार को एक कोच के रूप में टीम की तरह साथ मिलकर काम करना है जिससे टीम को फायदा मिल सके.
उन्होंने कहा, पवार कोच हैं और उन्होंने रणनीति बनाई होगी. यह महत्वपूर्ण है कि हम दोनों एक साथ मिलकर टीम को आगे ले जाने के लिए काम करें क्योंकि हमारा लक्ष्य एक ही है कि टीम विश्व कप में बेहतर प्रदर्शन करे. मिताली ने कहा, मैं ऐसी इंसान नहीं हूं जो अतीत की चीजों को वर्तमान में लाए. अगर मैं ऐसा करती तो इस खेल में लंबे समय तक नहीं टिक सकती थी. हम दोनों के लिए जरूरी है कि हम साथ मिलकर काम करें क्योंकि विश्व कप की तैयारियों को देखते हुए हम महत्वपूर्ण चरण में हैं.
अभी हाल में ही दक्षिण अफ्रीका दौरे पर टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज अपने करियर के 10 हजार रन पूरे किए और भारत की पहली महिला क्रिकेटर बनीं जबकि अब एक और इतिहास रचते हुए मिताली राज ने अपना नाम महिला क्रिकेट के पन्नों में दर्ज कर लिया है. अब मिताली राज ने वनडे क्रिकेट में 7 हजार रन पूरे कर लिए हैं और विश्व की पहली महिला क्रिकेट बन गई जिन्होंने ये कारनामा किया. साउथ अफ्रीका के खिलाफ चौथे वनडे में 45 रनों की पारी खेल मिताली राज ने ये कामयाबी हासिल की.
Source : News Nation Bureau