ODI Double Century History : साल 2010 में जब क्रिकेट के भगवान सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने ग्वालियर के रूप सिंह स्टेडियम में पहली बार वन डे दोहरा शतक लगाया था तो कहा और सोचा गया था कि वन डे इतिहास में जो काम अब जाकर पहली बार हो रहा है, इसके बाद शायद ही कोई दोहरा शतक लगे. लेकिन इसके बाद पहले तो वीरेंद्र सहवाग (Virender Sehwag) ने दोहरा शतक ठोका और उसके बाद रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने भी डबल सेंचुरी मार दी. सचिन तेंदुलकर और वीरेंद्र सहवाग ने तो एक एक ही दोहरा शतक लगाया था, लेकिन रोहित शर्मा उनसे बहुत आगे निकल गए हैं और उन्होंने तीन तीन दोहरा शतक ठोक दिए हैं. अब पहली बार हिटमैन रोहित शर्मा ने अपने पहले दोहरे की शतक की कहानी बताई है.
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भारतीय सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने कहा है कि उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि वह 2013 में बेंगलुरु में आस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने वनडे करियर का पहला दोहरा शतक लगाएंगे. भारत के लिमिटेड ओवरों के उप कप्तान रोहित शर्मा वनडे क्रिकेट में तीन दोहरे शतक लगाने वाले एकमात्र बल्लेबाज हैं. रोहित शर्मा ने स्टार आफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के साथ इंस्टाग्राम पर जारी बातचीत के दौरान कहा, मैंने कभी नहीं सोचा था कि वनडे में कभी दोहरा शतक लगाऊंगा. मैं अच्छी बल्लेबाजी करना चाहता था और पिच भी बहुत अच्छी थी. रोहित शर्मा ने 158 गेंदों पर 209 रन की पारी खेली थी. उन्होंने अपनी पारी के दौरान 12 चौके और 16 छक्के लगाए थे. भारत ने सीरीज के सातवें मैच में आस्ट्रेलिया के खिलाफ 57 रन से जीत दर्ज की थी.
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रोहित शर्मा ने बताया कि पूर्व बल्लेबाज युवराज सिंह ने उनसे कहा था कि एक ओपनर होने के नाते आपके पास एक बड़ा स्कोर बनाने का मौका है. उन्होंने कहा, मुझे याद है कि युवी मुझसे कह रहे थे कि तुम्हारे लिए यह एक बड़ा मौका है. आपको अभी केवल बल्लेबाजी की शुरुआत करनी है. उन्होंने मुझसे कहा था कि तुम्हारे पास बड़ा स्कोर बनाने का यह एक अच्छा मौका है. मैच से पहले यह एक अच्छी बातचीत थी. 35 साल के सलामी बल्लेबाज ने कहा, जब मैं दोहरा शतक लगाने के बाद वापस पवेलियन गया तो मुझसे किसी ने कहा कि यदि आप एक ओवर और बल्लेबाजी कर लेते तो आप वीरेंद्र सहवाग का रिकॉर्ड तोड़ देते. रोहित शर्मा ने कहा, ड्रेसिंग रूम में काफी ज्यादा उम्मीदें होती हैं, वहां पर तीन या चार लोग थे जो चाहते थे कि मैं 10-15 रन और बनाता. उनमें युवराज सिंह और शिखर धवन भी हो सकते हैं.
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इसके साथ ही रोहित शर्मा ने यह भी बताया कि उनके इस दोहरे शतक में पूर्व कप्तान एमएस धोनी का कितना बड़ा योगदान है. रोहित शर्मा ने बताया कि उनके दोहरे शतक में एमएस धोनी की भी बड़ी भूमिका थी. हिटमैन ने बताया कि उस मैच में धोनी ने कहा था कि उन्हें पारी के आखिर तक क्रीज पर टिके रहना है और उन्हें दोहरा शतक लगाने का मौका मिला है, उसे हाथ से नहीं जाने देना चाहिए. इस मैच में धोनी और रोहित शर्मा के बीच 38 गेंदों पर 62 रनों की ताबड़तोड़ साझेदारी हुई थी. रोहित शर्मा ने बताया कि मैच में वे खुद और दूसरे छोर पर धोनी ने 48वें ओवर तक बल्लेबाजी की. इस दौरान लगातार धोनी रोहित शर्मा को प्रेरित करते रहे और उत्साहवर्धन करते रहे. रोहित ने यह भी कहा कि धोनी ने खुद ही मुझसे कहा था कि वह रिस्क लेंगे और रोहित शर्मा पूरे 50 ओवर तक खेलें.
(input ians)
Source : Sports Desk