MS Dhoni Birthday Special : भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (MS Dhoni) आज यानी 7 जुलाई को अपना 42वां जन्मदिन मना रहे हैं. एमएस धोनी के फैंस सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में हैं. Dhoni ने अपनी कप्तानी में भारतीय क्रिकेट को जिस मुकाम पर पहुंचाया है उसे कभी नहीं भुलाया जा सकता. उन्होंने अपनी कप्तानी में ICC के 3 बड़े टूर्नामेंट में भारत को जीत दिलाई है. वह आईसीसी के सभी टूर्नामेंट जीतने वाले एकमात्र कप्तान हैं. धोनी एक कप्तान और बल्लेबाज के तौर पर जीतने सफल हुए हैं उतनी ही सफलता उन्होंने अपनी विकेटकीपिंग से भी हासिल की है. बल्लेबाजी में तो धोनी के छक्कों-चौकों की तो बहुत रिकॉर्ड है, लेकिन विकेट के पीछे का उनका रिकॉर्ड होश उड़ा देते हैं. वही माही विकेट के पीछे से मैच को पलटना जानते हैं. उन्होंने एक ऐसा ही करनामा पाकिस्तान के खिलाफ T20 World Cup 2007 में किया था. आइए उनके जन्मदिन पर उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं जो फैंस को कमी ही पता होगी.
भारत और पाकिस्तान की टीम थी आमना-सामने
साल 2007 टी20 वर्ल्ड (T20 World Cup) का पहला एडिशन साउथ अफ्रीका (South Africa) की मेजबानी में खेला गया था. 14 सितंबर को 2007 को डरबन (Durban) में भारत (India) और पाकिस्तान (Pakistan) की टीम पहली बार टी20 वर्ल्ड कप में आमने-सामने थी. दोनों टीमों के बीच हाईवोल्टेज वाला मुकाबला वाला हुआ था. महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) पहली बार टीम इंडिया (Team India) की कप्तानी कर रहे थे. डरबन में खेला गया यह मुकाबला टाई हो गया था, जिसके बाद इस मैच का फैसला बॉल-आउट से हुआ था. भारत ने बॉल-आउट में पाकिस्तान को 3-0 से हराकर टी20 वर्ल्ड कप का पहला खिताब अपने नाम किया था. इस जीत के पीछे एमएस धोनी का अहम रोल था. उन्होंने कुछ ऐसा किया था कि मैच भारत की झोली में आ गया.
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इस मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला किया. पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आसिफ (Mohammad Asif) ने टीम इंडिया के ओपनर गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) और वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag) को 6 रन के स्कोर पर पवेलियन का रास्ता दिखाया. इसके बाद रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) ने अर्धशतक पारी खेली. जबकि Dhoni ने 31 गेंदों पर 33 रन बनाए. इसके अलावा इरफान पठान (Irfan Pathan) ने 15 गेंदों में 20 रनों का योगदान दिया था. टीम इंडिया 20 ओवर में 9 विकेट के नुकसान पर 141 रन बनाई थी. मोहम्मद आसिफ ने 8 रन देकर 4 विकेट झटके थे.
142 रन का पीछा करने उतरी पाकिस्तान की टीम 7 विकेट पर 141 रन ही बना सकी. श्रीसंत (S. Sreesanth) की बॉल पर अजित अगरकर (Ajit Agarkar) ने उन्हें रन आउट कर दिया और मैच टाई हो गया.
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मैच का फैसला अब बॉल-आउट से होना था. उस समय में टी20 में मैच टाइ होने पर बॉल आउट से फैसला करने का नियम था. इस नियम के मुताबिक दोनों टीमों को स्टंप्स पर 5-5 बॉल फेंक कर हिट करना था. इसमें से जिस भी टीम की ज्यादा बार स्टंप्स हिट होगी वह मैच जीत जाएगा.
भारत बॉल आउट से जीता था मैच
जब भारत को बॉल फेंकनी थी तब एम एस धोनी विकेट के ठीक पीछे नीचे बैठ गए थे जिससे गेंद फैंकने वाला समझ जाएं कि गेंद को कहा फेंकना है कि ये सीधे जाकर स्टंप्स को हिट करे और ऐसा ही हुआ. वीरेंद्र सहवाग, हरभजन सिंह और रबिन उथप्पा इन तीनों ने गेंद फेंकी और स्टंप्स को हिट किया. जबकि पाकिस्तान के शाहिद अफरीदी, अमर गुल (Umar Gul) और यासिर अराफात में से कोई भी स्टंप्स को हिट नहीं कर पाया इसलिए 2 और गेंद फेंकने की जरूरत नहीं पड़ी. टीम इंडिया इस मैच को 3-0 से जीत लिया.