टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) को अब संन्यास लिए एक सप्ताह हो गया है, लेकिन संन्यास लेने के इतने दिन बाद भी अभी तक उनकी खूब चर्चा हो रही है. भारत ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया के दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) को न केवल याद कर रहे हैं, बल्कि टीम इंडिया (Team India) के लिए किए गए उनके योगदान हो भी याद कर रहे हैं. देश ही नहीं बल्कि दुनिया में एमएस धोनी की बात की जा रही है. धोनी ने भले संन्यास ले लिया हो, लेकिन आईपीएल 2020 (IPL 2020) में वे खेलते हुए नजर आएंगे. जो इस साल 19 सितंबर से शुरू हो रहा है और 10 नवंबर को इसका फाइनल खेला जाएगा. ऐसे में क्रिकेट फैंस को धोनी की बल्लेबाजी और कप्तानी अभी देखने के लिए मिलती रहेगी.
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वेस्टइंडीज के अपने जमाने के दिग्गज तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग ने हाल में संन्यास लेने टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को लीक से हटकर खिलाड़ी करार दिया है, जिन्होंने अपने करियर के शुरू से ही विरोधी टीमों को तहस नहस करने में कसर नहीं छोड़ी. उसके बाद हमेशा खुद के खेल पर नियंत्रण बनाए रखा. कप्तान के तौर पर अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की सभी ट्राफियां जीतने वाले एमएस धोनी ने 15 अगस्त को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहा था. उन्होंने अपना आखिरी मैच एक साल से भी अधिक समय पहले विश्व कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. माइकल होल्डिंग में दुनिया भर के अन्य क्रिकेटरों की तरह एमएस धोनी की जमकर तारीफ की. माइकल होल्डिंग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, धोनी ने जब पहली बार भारत की तरफ से वनडे खेलने शुरू किया तो उनके लंबे बाल हुआ करते थे. वह लीक से हटकर नजर आते थे. वह ऐसे नजर आते हैं जैसे वह अपने सामने आने वाली हर चीज को तहस नहस करने के लिए आए हैं. उन्होंने काफी हद तक ऐसा किया.
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माइकल होल्डिंग ने कहा कि एमएस धोनी ने अपने करियर में कई तरह की ‘हेयरस्टायल’ अपनाई लेकिन अपने करियर के शुरुआती चरण में वह लंबे बाल रखा करते थे, जिनको लेकर काफी चर्चा हुई थी. उन्होंने भारत की तरफ से 2004 में पदार्पण किया था. होल्डिंग ने उनकी लंबे शॉट लगाने की क्षमता की तारीफ करते हुए कहा, अपने पूरे करियर के दौरान उन्होंने 229 छक्के (वनडे में) लगाए. जब आप इस संख्या के बारे में सोचते हो तो आप यह भी सोचते हों कि उसने इतने छक्के और चौके लगाने के लिए 40 साल तक क्रिकेट खेली होगी. लेकिन यही उनका स्वभाव है. उन्होंने कहा, जब धोनी ने शुरुआत की थी तो वह बिग हिटर थे और इसलिए उन्होंने इतने अधिक चौके और छक्के लगाए. जब उनके बाल थोड़ा सफेद होने लगे तो उन्होंने इसमें थोड़ा बदलाव किया और उनकी बल्लेबाजी अधिक नियंत्रित हो गई. जिसने भी मैदान पर धोनी को देखा होगा वह जानता था कि वह नियंत्रण में और शांतचित रहता है और कभी नियंत्रण से बाहर नहीं जाता.
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भारत को T20 विश्व कप, वनडे विश्व कप और चैंपियन्स ट्राफी में जीत दिलाने वाले कप्तान धोनी को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सर्वश्रेष्ठ कप्तानों में गिना जाता रहा है. माइकल होल्डिंग ने कहा कि वह क्या शानदार कप्तान था. वह कितना सफल रहा. जब वह कप्तानी कर रहा होता था तो आपने कभी उन्हें उत्तेजित होते हुए नहीं देखा होगा. उन्होंने कहा, अगर चीजें नियंत्रण से बाहर जा रही हों तो वह अपने खिलाड़ियों को बुलाते थे. उनसे शांतचित होकर बात करते थे और चीजें खुद ही बदल जाती थी. उनका इस तरह का प्रभाव था.
एमएस धोनी ने अपने करियर में 90 टेस्ट मैचों में 4,876 रन बनाए और 256 कैच लेने के अलावा 38 स्टंप किए. उन्होंने 321 वनडे में 10,773 रन बनाने के अलावा 321 कैच लिए और 123 स्टंप किए. उन्होंने 98 टी20 मैच खेले जिसमें 1617 रन बनाये, 57 कैच लिए और 34 स्टंप किए. उन्होंने टेस्ट मैचों में छह शतक और वनडे में 10 शतक लगाए. माइकल होल्डिंग ने कहा कि यह सराहनीय है कि धोनी ने अपने करियर में लगभग 5000 टेस्ट रन बनाए और विकेटकीपर की अपनी भूमिका के साथ हमेशा न्याय किया. उन्होंने कहा, उनका करियर क्या शानदार था. इस खिलाड़ी ने लगभग 5000 टेस्ट रन बनाए जबकि वह विशुद्ध बल्लेबाज नहीं था, वह विकेटकीपर था. इतने लंबे करियर में विकेटकीपर रहते हुए इतनी अच्छी भूमिका निभाना सराहनीय है.
Source : Bhasha/News Nation Bureau