भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जा रहा अंडर 19 विश्व कप का मैच बारिश के कारण रुक गया है. जब बारिश आई उस वक्त बांग्लादेश को जीत के लिए 15 और रनों की जरूरत है. यानी खेल का होना बहुत जरूरी है. यह विश्व कप का फाइनल है, इसलिए अंपायर पूरी कोशिश करेंगे मैच जल्द से जल्द शुरू हो और पूरा भी हो, लेकिन अगर बारिश नहीं रुकी तो मैच का फैसला डकवर्थ लुइस मैथड से निकाला जाएगा. लेकिन अब यहां से अगर यह मैथड लागू हुआ तो कौन सी टीम मैच जीतेगी, यह देखना काफी दिलचस्प होने वाला है. जब मैच रुका उस वक्त तक बांग्लादेश ने 41 ओवर में सात विकेट के नुकसान पर 163 रन बना लिए हैं, यानी उसे जीतने के लिए अभी 15 रनों की जरूरत है और अभी 54 गेंद का खेल शेष है. अगर अभी डकवर्थ लुइस नियम लागू हुआ तो बांग्लादेश भारत से 18 रन आगे हैं, ऐसे में इस बात की संभावना न के बराबर है भारतीय टीम यह मैच जीत पाए. लेकिन यह विश्व कप का फाइनल है, इसलिए यह मैच होगा और चाहे जितने भी ओवर का हो.
आपको बता दें कि भारत ने अंडर-19 विश्व कप के फाइनल में बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 178 रनों का लक्ष्य रखा है. भारत ने टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए 47.2 ओवर में 177 रनों का स्कोर बनाया. भारत के इस स्कोर में यशस्वी जायसवाल के 88 रनों की संघर्षपूर्ण पारी का अहम योगदान रहा. जायसवाल ने 121 गेंदों पर आठ चौके और एक छक्का लगाया. उनके अलावा तिलक वर्मा ने 38 और ध्रुव जुरेल ने 22 रन बनाए. बांग्लादेश की ओर से अविषेक दास ने तीन और शारिफुल इस्लाम तथा तंजीम हसन शाकिब ने दो-दो जबकि राकिबुल हसन ने एक विकेट अपने नाम किए. भारतीय टीम पांचवें खिताब के लिए प्रयास कर रही है जबकि बांग्लादेश की टीम पहली बार फाइनल खेल रही है.
मैच में भारत की वापसी एक वक्त हुई थी, जब स्पिनर रवि बिश्नोई ने मैच में जान फूंक दी. रवि बिश्नोई ने अकेले चार विकेट चटका दिए थे. रवि बिश्नोई की गेंद ऐसी स्पिन हो रही है कि बांग्लादेश के बल्लेबाज समझ ही नहीं पा रहे हैं कि गेंद आखिर जा कहां रही है. हालाकि भारतीय टीम ने रन बहुत कम बनाए हैं, इसलिए मैच भारत की पकड़ से फिसल भी सकता है. लेकिन रवि बिश्नोई ने मैच में जान ही डाल दी थी. उन्हीं की बदौलत एक वक्त लगने लगा था कि वे भारत को मैच जिता देंगे. उनका स्पेल शानदार रहा, लेकिन बाकी गेंदबाज कुछ खास नहीं कर सके.
Source : News Nation Bureau