आकलैंड के रहने वाले वकील और 2012 से न्यूजीलैंड क्रिकेट (एनजेडसी) के निदेशक ग्रैग बारक्ले को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है. आईसीसी के अनुसार ग्रैग बारक्ले ने कहा कि आईसीसी के चेयरमैन पद पर चुने जाना मेरे लिए सम्मान की बात है. मैं अपने आईसीसी के निदेशकों का इसके लिए शुक्रिया अदा करता हूं. मुझे उम्मीद है कि हम साथ में मिलकर अच्छा काम करेंगे और इस वैश्विक महामारी से मजबूत स्थिति में बाहर निकलेंगे.
ग्रैग बारक्ले आईसीसी के चेयरमैन पद पर भारत के शशांक मनोहर का स्थान लेंगे, जिन्होंने इस साल की शुरुआत में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था. बारक्ले ने सिंगापुर के इमरान ख्वाजा को पछाड़ा और वह भारत के शशांक मनोहर की जगह लेंगे. एनजेडसी में ग्रैग बारक्ले अपने पद से इस्तीफा देंगे. शशांक मनोहर के जाने के बाद इमरान ख्वाजा ने आईसीसी के अंतरिम चेयरमैन का पद संभाला था. विश्व कप 2015 के निदेशक रह चुके बारक्ले ने कहा, मैं अपने सदस्यों के साथ साझेदारी निभाते हुए कोर मार्केट में खेल को मजबूत करना चाहता हूं. मैं अपने पद को खेल के पहरेदार के रूप में गंभीरता से लूंगा और आईसीसी के सभी 104 सदस्यों के लिए काम करूंगा.
यह भी पढ़ें : IND VS AUS : टेस्ट, वन डे और T20 में कौन सी टीम है भारी, रुद्र प्रताप बोले......
मंगलवार को आईसीसी की तिमाही बैठक के दौरान मतदान हुआ. इलेक्ट्रॉनिक मतदान प्रक्रिया में 16 बोर्ड आफ डायरेक्टर ने हिस्सा लिया, जिसमें टेस्ट खेलने वाले देशों के 12 पूर्ण सदस्य, तीन एसोसिएट देश और एक स्वतंत्र महिला निदेशक (पेप्सीको की इंदिरा नूई) शामिल हैं. बारक्ले ने कहा, आईसीसी का चेयरमैन चुना जाना सम्मान की बात है और समर्थन के लिए मैं अपने साथी आईसीसी निदेशकों का धन्यवाद देना चाहता हूं. उम्मीद करता हूं कि हम एकजुट होकर खेल को आगे ले जाएंगे और वैश्विक महामारी से उबरकर मजबूत वापसी और प्रगति करेंगे.
यह भी पढ़ें : IND vs AUS : स्टीव स्मिथ ने भारतीय गेंदबाजों को दी चुनौती, अच्छी शॉर्ट गेंदें नहीं करा सकते
उन्होंने कहा, मैं अपने सदस्यों के साथ मिलकर काम करते हुए हमारे महत्वपूर्ण बाजारों के अलावा इसके बाहर भी खेल को मजबूत करने को लेकर उत्सुक हूं जिससे कि दुनिया के अधिक लोग क्रिकेट का लुत्फ उठा सकें. न्यूजीलैंड के इस अधिकारी ने मतदान में 11-5 से जीत दर्ज की. दूसरे दौर के मतदान में उन्हें क्रिकेट दक्षिण अफ्रीका का महत्वपूर्ण वोट मिला जिससे वह जीत दर्ज करने में सफल रहे. पिछले हफ्ते पहले दौर के मतदान के दौरान उन्हें 10 और ख्वाजा को छह वोट मिले थे लेकिन मौजूदा नियमों के अनुसार विजेता के लिए 16 सदस्यों के आईसीसी बोर्ड में दो-तिहाई बहुमत यानी 11 वोट हासिल करना जरूरी है.
यह भी पढ़ें : IND vs ENG : भारत बनाम इंग्लैंड सीरीज में किया गया बदलाव, जानिए क्या है अपडेट
आईसीसी के सीईओ मनु साहनी बोर्ड के 17वें सदस्य हैं लेकिन उन्हें मतदान का अधिकार हासिल नहीं है. माना जा रहा है कि भारत, इंग्लैंड, आस्ट्रेलिया के अलावा न्यूजीलैंड ने बारक्ले के पक्ष में वोट किया जिन्होंने टीमों के अधिक द्विपक्षीय सीरीज खेलने का समर्थन किया, जो इस मुश्किल आर्थिक हालात में इन बोर्ड के वित्तीय मॉडल के अनुकूल है. दूसरी तरफ ख्वाजा को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड का समर्थन हासिल था. सिंगापुर क्रिकेट बोर्ड के पूर्व प्रमुख आईसीसी टूर्नामेंटों की संख्या बढ़ाने के पक्ष में थे जिससे एसोसिएट देशों के लिए राजस्व राशि में इजाफा होता. आकलैंड के व्यावसायिक अधिवक्ता बारक्ले 2012 से एनजेडसी बोर्ड का हिस्सा हैं. वह फिलहाल आईसीसी बोर्ड में न्यूजीलैंड के प्रतिनिधि हैं लेकिन स्वतंत्र रूप से जिम्मेदारी निभाने के लिए इस पद को छोड़ेंगे. बारक्ले आईसीसी पुरुष क्रिकेट विश्व कप 2015 के भी निदेशक थे और वह नार्दर्न डिस्ट्रिक्ट्स क्रिकेट संघ के बोर्ड के पूर्व सदस्य और चेयरमैन भी रहे.
Source : Agency