निदाहासा ट्रॉफी में श्रीलंका के खिलाफ खेले गए सेमीफाइनल मैच में शुक्रवार को आईसीसी ने बांग्लादेश क्रिकेट टीम के कप्तान शाकिब हल हसन समेत दो खिलाड़ियों पर जुर्माना लगा है। शाकिब पर अंपायर के निर्णय का विरोध करने के आरोप में जुर्माना लगा है।
शाकिब को खिलाड़ियों का समर्थन करने के लिए अनुच्छेद 2.1.1 का उल्लंघन का आैर हसन को खेल को बदनाम करने के जुर्म में अनुच्छेद 2.1.2 का उल्लंघन करने का दोषी पाया गया है। इसके अलावा दोनों को एक-एक डिमेरिट अंक भी दिया है।
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घटना उस वक्त की है जब रहमान आउट हो गए। इसी बीच बांग्लादेश के खिलाड़ियों का श्रीलंकाई खिलाड़ियों से विवाद हो गया और शाकिब अंपायर से बहस करने लगे और इसी दौरान उन्होंने अपनी टीम को वापस बुला लिया। ये पूरा विवाद रन-आउट की वजह से हुआ।
इस विवाद में मैदान पर आए बांग्लादेशी सब-फील्डर नुरूल हसन भी जुड़ गए। वो मैदान पर खिलाड़ियों को ड्रिंक्स पिलाने के लिए आए लेकिन श्रीलंकाई कप्तान थिसारा परेरा से उलझ बैठे।
हालांकि बांग्लादेशी बल्लेबाज़ों के वापस लौटने के बाद कोच खालिद मेहमुद ने बल्लेबाजों को फिर से मैदान पर खेलने के लिए भेजकर एक समझदारी भरा फैसला दिखाया।
आईसीसी मैच के रेफरी ब्रॉड ने कहा, 'शुक्रवार को जो घटना हुई वह निराशाजनक थीं क्योंकि आप क्रिकेट के किसी भी स्तर पर खिलाड़ी ऐसा व्यवहार देखना नहीं चाहते हैं। मैं समझता हूं कि फाइनल में जगह बनाने के लिए यह एक तनावपूर्ण मैच था लेकिन दोनों खिलाड़ियों की इस तरह की हरकतें अस्वीकार्य हैं।'
शनिवार की सुबह, शाकिब और नूरुल दोनों ने अपराधों को स्वीकार कर लिया और इस तरह औपचारिक सुनवाई की कोई आवश्यकता नहीं पड़ी।
दोनों खिलाड़ियों पर फील्ड अंपायर रवीन्द्र विमलसिरी और रुचिरा पल्लियगुरुज, थर्ड अंपायर रैनमोर मार्टिंज़ और फोर्थ अंपायर लिंडन हनीबल ने ये आरोप लगाए थे।
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Source : News Nation Bureau