स्पिनर रविचंद्रन अश्विन इन दिनों खूब सुर्खियां बटोरने में लगे हैं. जब से लॉकडाउन हुआ है, तब से क्रिकेट खिलाड़ी सोशल मीडिया पर एक दूसरे से बात करने में लगे हैं. हाल ही में उनके टीम इंडिया के लिए वन डे मैच न खेलने को लेकर तरह तरह की बातें की गई थीं. हालांकि खुद रविचंद्रन अश्विन ने भी अपने आप को टीम से बाहर कर दिए जाने को लेकर निराशा जताई थी, लेकिन अब वे एक और टीम से बाहर हो गए हैं. इंग्लिश क्रिकेट काउंटी यार्कशायर ने सोमवार को एक बयान जारी कर बताया है कि रविचंद्रन अश्विन, केशव महाराज और निकोलस पूरन ने एक साथ करार को रद कर दिया गया है.
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दक्षिण अफ्रीका के स्पिनर केशव महाराज ने काउंटी चैम्पियनशिप के शुरुआती दो मैचों के लिए करार किया था. वहीं यार्कशायर ने दूसरे अंतरराष्ट्रीय स्पिनरों के साथ भी करार करने का फैसला किया था, हालांकि रविचंद्रन अश्विन काउंटी के लिए ज्यादा से ज्यादा मैच खेलेंगे. उधर वेस्टइंडीज के बल्लेबाज निकोलस पूरन ने भी काउंटी के साथ दूसरा करार करने का फैसला किया था.
कोरोनावायरस के कारण हालांकि सभी ने मिलकर करार रद करने का फैसला किया. यॉर्कशायर के क्रिकेट निदेशक मार्टिन मैक्सोन ने कहा, पहली चीज, मैं इस मामले पर खिलाड़ियों की समझ की दाद देता हूं. मैं खिलाड़ियों और उनके एजेंट्स से लगातार संपर्क में बना हुआ हूं. यह लोग काफी पेशेवर हैं और इस समय की मौजूदा अनिश्चितता को समझते हैं. हमें उम्मीद है कि हम उन्हें भविष्य में एमरल्ड हेडिंग्ले में देख सकेंगे.
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हाल ही में एक चैट के दौरान अश्विन ने उस साल का भी जिक्र किया है, जब साल 2010 में उन्हें चेन्नई सुपरकिंग्स से बाहर कर दिया गया था और वे आईपीएल के मैच अपने घर पर बैठकर देख रहे थे. इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद भारत के रविचंद्रन अश्विन को पता चल गया था कि T20 में गेंदबाजी करना आसान नहीं होता है और इस वास्तविकता ने उन्हें एक दशक पहले कड़ा सबक सिखा दिया था. अश्विन ने आईपीएल 2010 को याद किया जब दो मैचों में खराब प्रदर्शन के बाद उन्हें सीएसके की टीम से बाहर कर दिया गया था. यह उनके लिए कड़ा सबक था, क्योंकि उन्हें लगता था कि स्टीफन फ्लेमिंग ने उनसे बात नहीं की और उन्हें टीम प्रबंधन का पर्याप्त समर्थन नहीं मिला था. अश्विन ने कहा, लोग सोचते थे कि मैं खुद को बहुत अच्छा गेंदबाज मानता हूं, लेकिन जब आईपीएल में खेलता हूं तो इस तरह से बुरा प्रदर्शन करता हूं. यह एक तमाचे की तरह था जैसे कोई बोल रहा हो कि तुम यहां के लायक भी नहीं हो. उन्होंने कहा, मैं सोचता था कि प्रथम श्रेणी मैचों की तुलना में T20 मैच में गेंदबाजी करना आसान होता है. यह रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के खिलाफ मैच था जिसमें रोबिन उथप्पा और मार्क बाउचर ने उनकी गेंदों की जमकर धुनाई की थी.
(आईएएनएस इनपुट)
Source : News Nation Bureau