वेलिंग्टन में खेले गए पहले मैच में न्यूजीलैंड ने भारत को 10 विकेट से हरा दिया. दोनों टीमों के बीच सीरीज का दूसरा और आखिरी मैच शनिवार, 29 फरवरी से क्राइस्टचर्च के हेग्ले ओवल स्टेडियम में खेला जाएगा. भारत के न्यूजीलैंड दौरे के आखिरी मैच से पहले टीम के उप-कप्तान अजिंक्य रहाणे ने साथी खिलाड़ियों को इच्छाशक्ति के साथ मैदान पर उतरने की सलाह दी है. रहाणे ने कहा कि क्राइस्टचर्च में खेले जाने वाले आखिरी मैच में खिलाड़ियों को साफ मानसिकता के साथ खेलना होगा.
वेलिंग्टन टेस्ट में बल्लेबाजों का रहा था फ्लॉप प्रदर्शन
वेलिंग्टन में खेले गए पहले टेस्ट मैच में टीम इंडिया के बल्लेबाज पूरी तरह से फेल साबित हुए थे. भारत अपनी दोनों पारियों में 200 रनों का आंकड़ा भी नहीं छू पाया था. रहाणे ने यहां गुरुवार को संवाददाताओं से कहा, "मैं नहीं कह रहा कि हमें ज्यादा आक्रामकता से खेलना होगा लेकिन ज्यादा इच्छाशक्ति और साफ मानसिकता से हमें मदद मिलेगी. मेरे लिए, एक बल्लेबाज के तौर पर मुझे लगता है कि आपको गेंदबाज के सामने अपनी इच्छाशक्ति का प्रदर्शन करना होता है."
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रहाणे ने आगे कहा, "अगर आप एक स्थान पर खड़े रहे तो गेंदबाजों को ज्यादा कुछ बदलने की जरूरत नहीं है. इस तरह की बातों पर हम अभ्यास सत्र में ध्यान दे रहे हैं. साथ ही किस तरह से क्रीज और एंगल का उपयोग करना है उस पर भी ध्यान दिया जा रहा है. लेकिन आप कितना भी अभ्यास कर लें, आपको पिच पर बल्लेबाजी करने के लिए अपने पर विश्वास होना चाहिए."
रहाणे ने कीवियों के आगे दिखाई थी हिम्मत, लेकिन..
पहले टेस्ट मैच में रहाणे उन बल्लेबाजों में से थे जिन्होंने विकेट पर टिकने की हिम्मत दिखाई थी. वह हालांकि बड़ा स्कोर नहीं कर पाए थे, लेकिन दाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने विकेट पर अच्छा समय बिताया था. उन्होंने अपनी टीम के बल्लेबाजों से एक अलग एंगल को ध्यान में रखते हुए बल्लेबाजी अभ्यास करने की बात भी कही है.
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उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि उनके गेंदबाजों ने वेलिंग्टन में एक अच्छे कोण का उपयोग किया था. वह क्रिज से कोने और मध्य में रहकर गेंदबाजी कर रहे थे. शॉर्ट गेंद फेंकते हुए वह एंगल बदल रहे थे. उनकी रणनीति साफ थी. एक बल्लेबाज के तौर पर अगर आप एक निश्चित शॉट के बारे में सोच रहे तो आपको अपने आप को उस शॉट के लिए तैयार करना होगा और उस पर भरोसा करना होगा और शक नहीं करना होगा."
उन्होंने कहा, "इसलिए मैंने कहा, हमने एक टीम के तौर पर क्या गलतियां की, उनसे हमें सीखना होगा. मुझे लगता है कि हमें उन एंगल के सामने बल्लेबाजी करने का अभ्यास करना होगा. हमने अभी अभ्यास किया है और कल भी हमारा अभ्यास सत्र है." बताते चलें कि टीम इंडिया टेस्ट सीरीज में 0-1 से पीछे चल रही है. ऐसे में सीरीज बचाने के लिए उन्हें क्राइस्टचर्च टेस्ट जीतना ही होगा.
(आईएएनएस इनपुट्स के साथ)
Source : News Nation Bureau