एमएम धोनी के टीम इंडिया में आने से पहले भारतीय टीम विकेटकीपर की बड़ी समस्या थी. हालांकि शुरुआत में तो महेंद्र सिंह धोनी भी बहुत अच्छी कीपिंग नहीं कर पा रहे थे, लेकिन उन्होंने बहुत जल्दी अपनी कमियों पर पार पाया और उसके बाद दुनिया के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपर बन गए. धोनी के टीम इंडिया में आने से बाद कोई भी विकेटकीपर उनकी जगह नहीं ले पाया और अभी तक जब वे क्रिकेट से दूर हैं तो उनकी कमी खल रही है. आपको बता दें कि इस बीच भारतीय टीम में एक ऐसा विकेटकीपर भी आया, जो दस की बजाय नौ ही अंगुलियों से विकेटकीपिंग करता रहा और किसी को पता ही नहीं चला. अब जाकर इसके बार में खुलासा हुआ है. हम बात कर रहे हैं, पार्थिव पटेल की. जो अब टीम इंडिया में तो नहीं हैं, लेकिन अभी क्रिकेट खेल रहे हैं और आईपीएल में भी अच्छा खेल दिखा रहे हैं.
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पार्थिव पटेल ने टीम इंडिया के लिए अपना पहला मैच साल 2002 में ही खेल लिया था. तब सौरव गांगुली टीम इंडिया के कप्तान हुआ करते थे. इसके अगले ही साल जब दक्षिण अफ्रीका में विश्व कप 2003 खेला गया तो वे इस टीम में भी शामिल थे, हालांकि मजे की बात यह थी कि पूरे विश्व कप में उन्हें कोई मैच खेलने का मौका ही नहीं मिला. उस वक्त राहुल द्रविड़ विकेटकीपिंग किया करते थे. इसके कुछ ही समय बाद साल 2004 में एमएस धोनी टीम इंडिया में आ गए और बाद में फिर किसी विकेट कीपर को टीम में आने का मौका ही नहीं मिल पाया.
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टीम में न होने के बाद भी पार्थिव पटेल लगातार चर्चाओं में बने रहे, वे क्रिकेट खेलते रहे, भले ही घरेलू, लेकिन वहां भी वे रन बनाते रहे और अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन टीम इंडिया में वे जगह बनाने में नाकाम ही साबित हुए. हालांकि बीच बीच में वे टीम में आए और चले गए, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ कि वे लगातार टीम में बने रहते. साल 2002 से अब तक पार्थिव पटेल खेल रहे हैं, लेकिन उनकी उम्र अभी भी उतनी ही लगती है. लेकिन आज हम आपको बता रहे हैं कि पार्थिव पटेल के एक हाथ में केवल चार की अंगुलियां हैं, यानी कुल नौ अंगुलियां लेकिन इसका पता नहीं चल पाया था, अब पार्थिव पटेल ने खुद ही इस बारे में बताया है.
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पार्थिव पटेल एक यूट्यूब शो काउ कॉर्नर क्रॉनिकल्स में अपनी बात रखते हुए साफ तौर पर बताया कि जब वह छह साल के थे, तब उसके बाएं हाथ की छोटी अंगुली दरवाजे में फंसकर कट गई. काफी इलाज हुआ, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. पार्थिव पटेल ने बताया कि वह ग्लव्स पर टेप लगा लेते थे, जिससे उन्हें परेशानी न हो. पटेल ने कहा, यह काफी कठिन है, क्योंकि आखिरी अंगुली ग्लव्स में फिट नहीं बैठती थी, इसलिए वहां टेप लगाना शुरू किया. पार्थिव पटेल ने कहा कि नौ अंगुलियां होने के बावजूद भी देश के लिए क्रिकेट खेला. पार्थिव पटेल ने इसके साथ ही आईपीएल में भी खूब खेला और विकेट कीपिंग भी की. वे मुंबई इंडियंस और रॉयल चैलेंजर बेंगलोर के लिए काफी लंबे अर्से तक खेले और अच्छा प्रदर्शन भी किया, लेकिन जहां धोनी जैसा विकेट कीपर और बल्लेबाज हो, वहां किसी और विकेट कीपर की टीम इंडिया में जगह बनाने के बारे में तो कोई सोच भी नहीं सकता.
Source : News Nation Bureau