पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा कि वह तभी वर्ल्ड टेस्ट और वनडे लीग का हिस्सा बनेगा अगर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) दोनों बोर्ड के बीच हुए एमओयू का सम्मान करता है। यह एमओयू द्विपक्षीय सीरीज खेलने से संबंधित जो 2014 में दोनों बोर्ड के बीच हुई था।
पीसीबी के चेयरमैन नजम सेठी ने लाहौर में मीडिया से कहा, 'वर्ल्ड टेस्ट और वनडे लीग में हिस्सा लेने पर पीसीबी तभी राजी होगा जब भारत दोनों बोर्ड के बीच हुए समझौतों का सम्मान करते हुए द्विपक्षीय सीरीज खेलने के लिए राजी होगा।'
सेठी ने ऑकलैंड में हुए आईसीसी मीटिंग की जानकारी देते हुए कहा कि पाकिस्तान की नए आईसीसी इवेंट में हिस्सा लेना का फैसला सशर्त है।
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बता दें कि ऑकलैंड में हुई बैठक के बाद आईसीसी ने यह घोषणा की थी कि 2019 के वर्ल्ड कप के बाद वर्ल्ड टेस्ट लीग की शुरुआत होगी जिसमें 9 टीमें होंगी। इसके तहत सभी टीमें घर में और बाहर दो साल में छह सीरीज खेलेंगी
इसी तरह वनडे लीग में 13 टीमें हिस्सा लेंगी। इसमें दो साल में घर और बाहर में 8 सीरीज खेलेंगी। सेठी ने कहा कि पाकिस्तान का रूख साफ है कि भारत के एमओयू समझौते का सम्मान करने के बाद ही पीसीबी इन नए लीग में खेलने के लिए राजी होगा।
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सेठी ने बताया, 'लीग में हिस्सा लेने वालो सभी बोर्ड को तीन से चार महीने में संबद्ध समिति को दस्तावेज सौंपने हैं। हम तभी इस दस्तावेज पर हस्ताक्षर करेंगे जब भारत 2014 के एमओयू के लिए राजी होगा।'
दरअसल, 2014 में पीसीबी और बीसीसीआई के बीच हुए समझौते के तहत 2015 से 2023 के बीच दोनों देशों को 6 द्विपक्षीय सीरीज खेलने हैं। इस समझौते के तहत पाकिस्तान को 2015/16 में पहली सीरीज आयोजित करनी थी।
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Source : News Nation Bureau