Pakistani bowler Junaid Khan : पाकिस्तान में खतरनाक तेज गेंदबाज पैदा करने का इतिहास रहा है. इमरान खान (Imran Khan) के दौर में वसीम अकरम (Wasim Akram) और वकार यूनिस (waqar younis) जैसे तेज गेंदबाजों का उदय हुआ. इसके बाद 1997 में एक युवा शोएब अख्तर (Shoaib Akhtar) का पाकिस्तानी टीम में पदार्पण हुआ. वहीं वर्ष 2010 में एक अन्य युवा गेंदबाज मोहम्मद आमिर (Mohammad Amir) टीम में शामिल हुआ, जबकि शाहीन अफरीदी जैसे खिलाड़ी आधुनिक युग में अपनी छाप छोड़ रहे हैं. पाकिस्तान में गुणवत्ता वाले तेज गेंदबाजों की कभी कमी नहीं रही; हालांकि, एक ही समय में कई होनहार प्रतिभाएं आईं और गायब हो गईं. जैसा कि वसीम अकरम ने हाल ही में इशारा किया था कि मोहम्मद आसिफ जैसे एक प्रतिभा को बर्बाद कर दिया गया और आमिर का करियर छोटा और विवादों में घिर गया.
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एक और गेंदबाज जिसका करियर उतार-चढ़ाव से भरा रहा वो थे जुनैद खान (Junaid Khan). बाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने वर्ष 2011 में पाकिस्तान में पदार्पण किया और अगले आठ वर्षों में 107 अंतरराष्ट्रीय मैच खेले. एकदिवसीय मैचों में जुनैद का सर्वश्रेष्ठ 12 रन देकर 4 विकेट था जो उन्होंने वर्ष 2012 में चेन्नई में भारत के खिलाफ लिया था जब उन्होंने वीरेंद्र सहवाग (Virendra Sehwag), विराट कोहली (Virat Kohli), युवराज सिंह (Yuvraj Singh) और रोहित शर्मा को आउट करते हुए भारत के शीर्ष क्रम में आउट करने में सफलता हासिल की थी. उनके प्रदर्शन का एक वीडियो एक ट्विटर यूजर्स द्वारा साझा किया गया, जिसे खुद जुनैद ने फिर से साझा किया. जुनैद ने इसे अपने करियर का महत्वपूर्ण मोड़ बताया.
जुनैद ने ट्वीट करते हुए लिखा, मुझे लगता है कि यह मेरे करियर का टर्निंग पॉइंट था. आप क्या सोचते हैं?" हालांकि ट्विटर पर यूजर्स ने इस पर मिली-जुली प्रतिक्रिया दी. कुछ ने इसे सबसे अच्छे शुरुआती स्पैल में से एक कहा, जबकि अन्य ने जुनैद से उसके बाद के फ्लॉप प्रदर्शन को लेकर सवाल किया. बाद में जुनैद की गेंदबाजी की धार कुंद पड़ती चली गई. जुनैद को पाकिस्तान के 2019 विश्व कप टीम में नामित किया गया था, लेकिन बाद में इससे बाहर कर दिया गया. उन्होंने अंततः उसी वर्ष बाद में फिर से वापसी की, लेकिन इसके तुरंत बाद उसे फिर से टीम से निकाल दिया गया.