पापुआ न्यू गिनी क्रिकेट की दुनिया में कोई बड़ा नाम नहीं है और ना हो कोई उसके पास कोई स्टार खिलाड़ी है जिसने क्रिकेट की बुक में अपनी छाप छोड़ी हो लेकिन क्वावालीफाई राइंड में पापुआ न्यू गिनी ने ना सिर्फ शानदार खेल दिखाया बल्कि अपने ग्रुप में 6 में से 5 मैच जीतकर प्वाइंट्स टेबल भी टॉप किया. पापुआ न्यू गिनी की सबसे बड़ी ताकत थी उसका अपने खिलाड़ियों पर लगातार विश्वास बनाए रखना और यही वजह रही कि पापुआ न्यू गिनी की टीम ने अपनी टीम में कोई बदलाव नहीं किया और सभी 6 मैचों में PNG की टीम एक ही प्लेइंग इलेवन के साथ मैदान में उतरी जो ये दर्शाता है कि PNG की टीम को अपने खिलाड़ियों पर कितना भरोसा है. ऐसा नहीं है कि इससे पहले PNG की टीम ने अपने खेल से प्रभावित नहीं किया.
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2013 और 2015 में भी किया था बेहतरीन प्रदर्शन
साल 2013 और 2015 में हुए ICC T20 क्रिकेट वर्ल्ड कप क्ववालीफाई टूर्नामेंट में भी PNG ने बेहतरीन खेल दिखाया था लेकिन तब किस्मत PNG के साथ नहीं थी और वो 2014 और 2016 T20 वर्ल्ड कप का हिस्सा नहीं बन पाई थी, लेकिन PNG ने इस बार पिछली असफलता को पीछे छोड़ते हुए ना सिर्फ ऑस्ट्रेलिया का टिकट कटाया बल्कि अपने से ज्यादा मजबूत टीमों को रौंद कर बता दिया कि एक या दो मैच में मिली जीत महज तुक्का नहीं थी.हालांकि टूर्नामेंट शुरू होने से पहले PNG की हालत बहुत अच्छी नहीं थी और वर्ल्ड क्रिकेट लीग में टीम लगातार 8 मैच गंवा कर आई थी लेकिन PNG ने तमाम दावों को गलत साबित करते हुए आखिरकार वर्ल्ड कप की एंट्री ले ही ली.
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पापुआ न्यू गिनी ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार खेल दिखाया.PNG और नीदरलैंड्स की टीम ने 5-5 मैच में जीत दर्ज की और दोनों टीमों के 10 प्वाइंट्स रहे लेकिन बेहतर रन रेट के आधार पर PNG की टीम प्वाइंट्स टेबल में शिखर पर रही और PNG के क्रिकेट फैंस यही उम्मीद लगा रहे होंगे कि उनकी टीम ऑस्ट्रेलिया में कोई चमत्कार दिखा सके जिससे कि PNG की टीम भी आने वाले समय में एक क्रिकेट में शक्तिशाली देश के तौर पर उभर सके.