प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) G-7 में हिस्सा लेने के लिए रविवार को फ्रांस पहुंच गए. यहां फ्रांस के बिआरिट्ज में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को (PM Narendra Modi) गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. मोदी ने फ्रांस में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन से मुलाकात की. दोनों नेताओं के बीच द्विपक्षीय महत्व के कई मुद्दों पर बात हुई. आज प्रधानमंत्री मोदी अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) समेत कई नेताओं से मुलाकात करेंगे. इस दौरान मोदी ने एशेज सीरीज में इंग्लैंड की जीत पर वहां के प्रधानमंत्री को जीत पर बधाई दी. एक जबरदस्त रोमांचक मैच में इंग्लैंड ने आस्ट्रेलिया को एक विकेट से हरा दिया. प्रधानमंत्री के बधाई दिए जाने को कूटनीति माना जा रहा है.
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जी-7 (G-7) में भारत सदस्य नहीं है. इसके बाद भी भारत को बुलाया गया है. इसके पीछे कारण भारत की वैश्विक पटल पर बढ़ती ताकत है. आयोजन में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सदस्य देशों के अलावा इस बार उन देशों को भी आमंत्रित किया है जो दुनिया की राजनीति में मजबूत स्थान रखते हैं. भारत इस लिस्ट में पहले नंबर पर है. सम्मेलन में भारत के अलावा ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका और स्पेन को भी बुलाया गया है. रवांडा और सेनेगल भी सम्मेलन में शिरकत करेंगे. बता दें कि जी-7 के सदस्य है, कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, जापान, ब्रिटेन, इटली और अमेरिका. जी-7 दुनिया के सात विकसित देशों का एलीट क्लब है. जो विश्व की अर्थव्यवस्था की दिशा तय करती है. इन देशों का दुनिया की 40 प्रतिशत जीडीपी पर कब्जा है.
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गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन देशों की पांच दिवसीय यात्रा पर हैं. यह दौरा 22 अगस्त से 26 अगस्त तक का है. आज यह दौरा खत्म होने को है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि जी-7 में भारत को न्यौता बड़ी आर्थिक शक्ति और फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ निजी संबंध का सुबूत है. सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी जलवायु, वातावरण समुद्री सुरक्षा और डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन पर सेशन को संबोधित करेंगे.
Source : न्यूज स्टेट ब्यूरो