भारत के युवा क्रिकेटर पृथ्वी शॉ को डोप टेस्ट में फेल पाया गया है. जिसके बाद उन्हें 15 नंबवर 2019 तक के लिए बैन कर दिया गया है. दो टेस्ट मैच खेलने वाले पृथ्वी शॉ को डोपिंग उल्लंघन में पाया गया है. जिसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें 8 महीने के लिए बैन कर दिया है. बीसीसीआई के मुताबिक शॉ अनजाने में ही प्रतिबंधित पदार्थ का सेवन किया. शॉ ने एक कफ सिरप का इस्तेमाल किया, जिसके चलते उनके शरीर में ये प्रतिबंधित पदार्थ गया.
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पृथ्वी शॉ पर लगा प्रतिबंध 16 मार्च से शुरू माना जाएगा. 15 जुलाई 2019 को यह खत्म हो जाएगा. युवा क्रिकेटर का सैंपल 22 फरवरी 2019 को सैय्यद मुश्ताक अली टूर्नामेंट के दौरान लिया गया था. शॉ के सैंपल में ‘टर्ब्यूटालीन’ पाया गया, जो खेल में डोपिंग के खिलाफ काम करने वाली संस्था वर्ल्ड एंटी डोपिंग एजेंसी (वाडा) द्वारा प्रतिबंधित है. शॉ पहले से ही चोट के चलते टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. इसी वजह से उन्हें वेस्टइंडीज दौरे के लिए नहीं चुना गया था.
पृथ्वी शॉ के अलावा घरेलू क्रिकेट में राजस्थान के लिए खेलने वाले दिव्या गजराज और विदर्भा के लिए खेलने वाले अक्षय डुल्लरवार को भी 8 महीने के लिए सस्पेंड किया है. ये खिलाड़ी भी डोप टेस्ट में दोषी पाए गए हैं.