Prithvi Shaw : 41 बार के विजेता मुंबई रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में एक प्रमुख टीम है. हालांकि, पिछले कुछ सीजन उनके लिए ज्यादा खुशी लेकर नहीं आए हैं. आखिरी बार उन्होंने 2016-17 में फाइनल में जगह बनाई थी. चंद्रकांत पंडित (Chandrakant pandit) तब मुख्य कोच थे और पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) ने तभी पदार्पण किया था. इस बार, शॉ फाइनल में मुंबई की अगुवाई मध्य प्रदेश की उस टीम के खिलाफ कर रहे हैं, जिसे वह चंदू सर कहते हैं. प्री-मैच प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए शॉ ने कहा, रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में मुंबई का नेतृत्व करना सम्मान की बात है. पांच साल पहले जब हम फाइनल में पहुंचे, तो चंद्रकांत पंडित हमारे कोच थे और अब उनकी टीम के खिलाफ खेलना एक चुनौती होगी. मैंने उस सीजन में डेब्यू किया था और अब मैं उस ट्रॉफी को घर लाना चाहता हूं.
यह भी पढ़ें : क्या भविष्य के कप्तान हैं हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya)? इस खिलाड़ी ने भी बताया शानदार
शॉ को अपने पूर्व कोच से बात करने का मौका मिला और उस पर विचार प्रकट किया. लंबे समय के बाद उन्हें देखकर अच्छा लगा. उन्होंने मध्य प्रदेश के साथ अच्छा प्रदर्शन किया है और मैं उन्हें और उनकी टीम को बधाई देना चाहता हूं. इस सीजन में मुंबई की सफलता में कई लोगों का योगदान रहा है. 133.83 की गजब की औसत से 803 रन के साथ सरफराज खान इस सीजन के सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं. विकेट लेने वाले चार्ट में शम्स मुलानी सबसे आगे हैं.
उन्होंने कहा, मुझे इस टीम पर वास्तव में गर्व है. जिस तरह से उन्होंने लीग चरण में और इससे पहले भी कड़ी मेहनत की है वह काबिले तारीफ है. शॉ ने कहा, सभी युवाओं को मेरा संदेश है कि इसे एक और अंडर-19 या अंडर -25 गेम की तरह देखें और अपना 100 प्रतिशत देने का प्रयास करें. मेरे लिए परिणाम मायने नहीं रखते, प्रयास जो आपने किया है वह महत्वपूर्ण है. उन्हें बस वही करते रहना है जो उन्होंने इतने सालों में किया है. भले ही टीम का सीजन सफल रहा हो. शॉ का व्यक्तिगत प्रदर्शन उस स्तर तक नहीं पहुंचा है जिसकी उन्होंने उम्मीद की थी. पांच मैचों में उन्होंने 33 की औसत से 264 रन बनाए हैं. वह इससे वाकिफ हैं और स्वीकार करते हैं कि क्रिकेट उतार-चढ़ाव से भरा है.
पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) ने कहा, मैंने कुछ अर्द्धशतक बनाए हैं, लेकिन यह मेरे लिए काफी नहीं है. शॉ ने हंसते हुए कहा, कोई भी मुझे अर्धशतक बनाने के बाद बधाई भी नहीं देता है जिससे मुझे भी बुरा लगा. शॉ ने कहा, ऐसा कभी-कभी होता है लेकिन मुझे खुशी है कि मेरी टीम अच्छा कर रही है. शॉ ने आखिरी टेस्ट मैच 2020 में एडिलेड में खेला था. शॉ से जब पूछा गया कि क्या वह रणजी ट्रॉफी जीतने के अलावा टेस्ट टीम में वापसी करने के बारे में सोच रहे हैं? इस पर पृथ्वी शॉ ने जवाब दिया, यह मेरे दिमाग के पास कहीं नहीं है. अभी ट्रॉफी जीतना मेरा मुख्य मकसद है. मैं किसी और चीज के बारे में नहीं सोच रहा हूं. मैं बाहर की किसी भी चीज पर ध्यान केंद्रित नहीं कर रहा हूं.