Test vs ODI vs T20 : इस समय पूरे विश्वभर में तीनों फॉर्मेट को लेकर बहसबाजी हो रही है. इसी बीच दक्षिण अफ्रीका (South Africa) के विकेटकीपर-बल्लेबाज क्विंटन डी कॉक (Decock) को लगता है कि भविष्य में खिलाड़ियों के लिए तीनों प्रारूपों में खेलना कठिन होगा. साथ ही कई पूर्व क्रिकेटरों द्वारा इसके अस्तित्व पर संदेह करने के बावजूद उन्होंने वनडे के भविष्य को अच्छा बताया है. आपको बताते चलें कि रविवार को हेडिंग्ले में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा वनडे मैच बारिश से रद्द होने से पहले डी कॉक ने नाबाद 92 रन बनाए थे. टेस्ट मैच की बात करें तो पहले सेंचुरियन में पिछले साल भारत के खिलाफ पहले टेस्ट के बाद अपने टेस्ट करियर से संन्यास ले लिया था।
जब से बेन स्टोक्स ने वनडे से संन्यास लिया है तभी से खिलाड़ियों का कार्यभार और व्यस्त क्रिकेट कार्यक्रम क्रिकेट जगत में बहस का मुद्दा बना हुआ है. मैच के बाद डी कॉक ने कहा, तीन प्रारूपों में खेलना खिलाड़ियों के लिए यह कठिन होना शुरू हो गया है. ऐसा लगता है कि बहुत अधिक मैच हो रहे हैं. खिलाड़ियों को व्यक्तिगत रूप से निर्णय लेने की जरूरत है और अगर उन्हें लगता है कि वे तीनों प्रारूपों में खेल सकते हैं, तो यह बेहतर होगा.
डी कॉक ने ये भी कहा कि दक्षिण अफ्रीका को 50 ओवर के अधिक क्रिकेट खेलने को मिले और उन्होंने कहा कि वह प्रोटियाज के लिए वनडे विश्व कप जीतना चाहते हैं, जिसके लिए एक मौका अगले साल भारत में आएगा. डी कॉक ने स्वीकार किया कि टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद उनका वनडे और टी20 में खेलना कम नहीं हुआ है, क्योंकि बांग्लादेश के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की सफेद गेंद की श्रृंखला में खेलने के बाद, डी कॉक आईपीएल 2022 में लखनऊ सुपर जायंट्स के लिए खेलने गए थे.