टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और ''द वॉल'' के नाम से दुनियाभर में मशहूर राहुल द्रविड़ आज अपना 47वां जन्मदिन मना रहे हैं. राहुल द्रविड़ का जन्म आज ही के दिन 11 जनवरी, 1973 को मध्यप्रदेश के इंदौर में हुआ था. द्रविड़ ने अपने करियर की शुरुआत 3 अप्रैल, 1996 को श्रीलंका के खिलाफ किया था. द्रविड़ ने अपने वनडे करियर में कुल 344 मैच खेले और 39.16 की औसत से 10889 रन बनाए. वनडे में द्रविड़ ने 12 शतक और 83 अर्धशतक जमाए हैं. क्रिकेट के इस फॉर्मेट में द्रविड़ का अधिकतम स्कोर 153 रन है. उन्होंने अपना आखिरी वनडे मैच 16 सितंबर 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ कार्डिफ में खेला था.
👉 Scored over 10,000 runs in both Tests and ODIs
👉 Faced more Test deliveries than any other batsman
👉 Only player to be involved in two 300-plus ODI partnerships
👉 48 international centuriesHappy birthday, Rahul Dravid 🎂
🗯️ What are your favourite memories of 'The Wall'? pic.twitter.com/m3tvtNA3g6
— ICC (@ICC) January 11, 2020
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वनडे के बाद यदि राहुल द्रविड़ के टेस्ट करियर की बात करें तो उनका टेस्ट करियर काफी समृद्ध रहा. राहुल को इसी फॉर्मेट की वजह से ''द वॉल'' का नाम मिला था. अपने दोस्तों के बीच जैमी नाम से मशहूर राहुल ने 20 जून, 1996 को इंग्लैंड के खिलाफ लॉर्ड्स के मैदान में टेस्ट डेब्यू किया था. द्रविड़ ने अपने टेस्ट करियर में 164 मैचों की 286 पारियों में 52.31 की शानदार औसत से 13288 रन बनाए. टेस्ट में द्रविड़ के नाम 36 शतक और 63 अर्धशतक दर्ज हैं. टेस्ट में द्रविड़ का अधिकतम स्कोर 270 रन है. उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट जनवरी 2012 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एडिलेड में खेला था. इसके अलावा उन्होंने अपने टी20 करियर में सिर्फ एक ही मैच खेला. द्रविड़ ने अपना पहला और आखिरी टी20 31 अगस्त 2011 को इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर में खेला था, जिसमें उन्होंने 31 रन बनाए थे.
Wishing The Wall - Rahul Dravid a very Happy Birthday. His exploits in Test cricket are well known but we thought we would relive one of his knocks in ODIs against New Zealand.
#HappyBirthdayRahulDravid 🎂🎂 pic.twitter.com/psUsTPw8Xt— BCCI (@BCCI) January 11, 2020
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द्रविड़ को उनके उज्जवल प्रदर्शन के लिए साल 2000 में विज्डन क्रिकेटर ऑफ द ईयर चुना गया था. साल 2004 में आईसीसी ने उन्हें टेस्ट प्लेयर ऑफ द ईयर और आईसीसी प्लेयर ऑफ द ईयर चुना था. ''द वॉल'' ने मार्च 2012 में क्रिकेट को अलविदा कह दिया था. क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद द्रविड़ कई टीमों के मेंटर और कोच भी बने. उन्होंने अपनी कोचिंग में ही साल 2018 में टीम इंडिया की अंडर-19 टीम को विश्व कप का खिताब दिलाया था. फिलहाल वे अभी भारत की नेशनल क्रिकेट एकेडमी के मुख्य कोच के रूप में भूमिका निभा रहे हैं.
Source : News Nation Bureau